हिंदी भाषियों का अपमान करने वाले बयान पर BJP विधायक राजेश्वर सिंह का पलटवार, जानें पूरा मामला
अब डॉ. के. पोनमुड़ी को जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने पानी पूरी बेचने वालों का मान बढ़ाया है. उन्होंने इस विवादित बयान के विरोध में अपने विधानसभा क्षेत्र में पानी-पूरी विक्रेता को सम्मानित किया.
Lucknow News: तमिलनाडु के उच्च शिक्षामंत्री डॉ. के पोनमुड़ी का विवादित बयान अब उत्तर भारत में चर्चा का विषय बन चुका है. अब उन्हीं को जवाब देते हुए यूपी के लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा है कि पानी पूरी बेचना एक सम्मान का काम है.
तमिलनाडु के उच्च शिक्षामंक्षी ने दिया था बयान…
दरअसल, तमिलनाडु के उच्च शिक्षामंक्षी डॉ. के. पोनमुड़ी ने एक कार्यक्रम में विवादित बयान दे दिया था. उन्होंने कहा था कि हिंदी भाषा बोलने वाले लोग या तो दोयम दर्जे की नौकरी करते हैं या फिर पानीपुरी बेचते हैं. पोनमुड़ी के इस विवादित बयान के बाद राजनीति गर्मा गई. हिंदी भाषी नेताओं की ओर से इस बयान की काफी आलोचना की जा रही है. अब डॉ. के. पोनमुड़ी को जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने पानी पूरी बेचने वालों का मान बढ़ाया है. उन्होंने इस विवादित बयान के विरोध में अपने विधानसभा क्षेत्र में पानी-पूरी विक्रेता को सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने बयान दिया कि पानी पूरी बेचना एक सम्मान का काम है.
जितिन प्रसाद भी जता चुके हैं विरोध
तमिलनाडु के मंत्री के ‘हिंदी भाषियों’ के पानी पुरी बेचने वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. इससे पहले योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, ‘हर भाषा और संस्कृति बेजोड़ है. यही भारत की ताकत है. इनके शब्दों में खासतौर पर परेशान करने वाली बात यह है कि ये उन लोगों की उपेक्षा है जो सम्मान के साथ अपना जीवनयापन करते हैं. एक हिंदी या तमिल भाषी जो चाहे वह बेच सकता है. किसी की कड़ी मेहनत का सम्मान करें. इसका मजाब मत उड़ाइए.’
रिपोर्ट : रजनीश यादव