Lucknow: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने एक बार फिर दिल्ली के जंतर मंतर (Jantar-Mantar) पर खिलाड़ियों के धरना प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि बात अब खिलाड़ियों के हाथ से निकल चुकी है, इसमें राजनीतिक दलों का प्रवेश हो चुका है. उन्होंने अपनी जान पर खतरा भी बताया.
भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि वास्तव में धरना प्रदर्शन खिलाड़ियों के स्वयं की आवाज नहीं है. यह आवाज बनाई गई है. आंदोलन के पीछे एक उद्योगपति का हाथ है. उन्होंने अपनी जान पर खतरा भी बताया और कहा कि पिछले कई महीनों से उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है. सांसद ने पहलवान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) पर आरोप लगाते हुए कहा कि बजरंग एक लड़की से बात कर रहे हैं और उससे कह रहे हैं कि किसी भी कीमत पर कोई लड़की उपलब्ध कराओ.
भाजपा सांसद ने एक बार फिर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि मैं दोषी नहीं निर्दोष हूं. इस्तीफा देने से गलत संदेश जाएगा, इसलिए इसका सवाल ही नहीं उठता.
इस बीच मामले में अयोध्या का संत समाज भी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में आ गया है. संतों के एक दल ने गोंडा पहुंचकर भाजपा सांसद से मुलाकात की और उन्हें निर्दोष बताते हुए अपना समर्थन दिया. संतों ने कहा कि मामले में न्यायपालिका से उन्हें जरूर न्याय मिलेगा. वहीं अगर जंतर मंतर पर धरना देने से न्याय मिलता है तो हम भी बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में वहां धरना देने को तैयार हैं. वह नैतिकता और मानवता के आधार पर उनका समर्थन कर रहे हैं.
दिल्ली के जंतर-मंतर पर भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर खिलाड़ी पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमें विनेश फोगाट और साक्षी मलिक जैसी महिला पहलवान भी शामिल हैं. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद दिल्ली पुलिस ने भाजपा सांसद पर यौन शोषण का आरोप लगाए जाने के बाद एफआईआर दर्ज कर ली है. इसमें पॉक्सो एक्ट भी शामिल है.