UP News: 10 घंटे तक चले जटिल ऑपरेशन से निकाला दिमाग से ट्यूमर, सीजी सिटी कैंसर संस्थान में की गयी सर्जरी
गोरखपुर निवासी मरीज को सिर दर्द और चक्कर आने की शिकायत थी. परिवारीजनों ने डॉक्टर की सलाह पर सीटी स्कैन, एमआरआई व कई अन्य जांचें कराई. जांच में पता चला कि अरुण को ब्रेन ट्यूमर है. परिवारीजनों ने दिल्ली में मरीज को दिखाने का फैसला किया. वहां डॉक्टरों ने ब्रेनस्टेम में ट्यूमर बताया.
लखनऊ: चक गंजरिया (CG City) स्थित कल्याण सिंह सुपरस्पेशलिटी कैंसर संस्थान के डॉक्टरों ने ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित युवक की जटिल सर्जरी कर उसे नया जीवन देने में कामयाबी हासिल की है. युवक को दिल्ली के बड़े संस्थान ने ऑपरेशन की एक साल बाद की तारीख दी थी. ऑपरेशन के इंतजार में मरीज की हालत लगातार बिगड़ रही थी.
इस पर परिवारीजनों ने कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में मरीज को दिखाया. न्यूरो सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजेंद्र कुमार और डॉ. अमित उपाध्याय ने मरीज को देखा. उन्होंने मरीज के ऑपरेशन का फैसला किया. लगभग 10 घंटे चले ऑपरेशन के बाद मरीज के ट्यूमर को अलग कर दिया गया. डॉ. विजेंद्र ने बताया कि ब्रेनस्टेम दिमाग का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. इसके ट्यूमर की सर्जरी बेहद जटिल होती है. इसलिए ऑपरेशन आधुनिक माइक्रोस्कोप व न्यूरोनेविगेशन सिस्टम के इस्तेमाल से किया गया. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद मरीज की सेहत में लगातार सुधार है.
सिर दर्द और चक्कर की थी शिकायत
गोरखपुर निवासी 25 वर्षीय युवक को सिर दर्द और चक्कर आने की शिकायत थी. परिवारीजनों ने डॉक्टर की सलाह पर सीटी स्कैन, एमआरआई व कई अन्य जांचें कराई. जांच में पता चला कि अरुण को ब्रेन ट्यूमर है. परिवारीजनों ने दिल्ली में मरीज को दिखाने का फैसला किया. वहां जांच में पता चला कि डॉक्टरों ने ब्रेनस्टेम में ट्यूमर बताया. डॉक्टरों ने जल्द से जल्द ऑपरेशन कराने की सलाह दी. वहां डॉक्टरों ने एक साल बाद ऑपरेशन की तारीख दी. परिवारीजनों ने जल्द ऑपरेशन कराने के लिए काफी प्रयास किया। उसके बावजूद कामयाबी नहीं मिली.
50 हजार आया खर्च
कैंसर संस्थान में ऑपरेशन पर करीब 50 हजार रुपये का खर्च आया. जबकि प्राइवेट अस्पताल में इस ऑपरेशन पर डॉक्टरों ने पांच लाख रुपये का खर्च बताया था. संस्थान के निदेशक डॉ. आरके धीमान, सीएमएस डॉ. अनुपम वर्मा और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवाशीष शुक्ला ने ऑपरेशन टीम को बधाई दी है. डॉ. देवाशीष शुक्ला ने बताया कि न्यूरोसर्जरी विभाग में आधुनिक उपकरणों के आने से अब दिमाग व स्पाइन कैंसर से पीड़ितों को बेहतर इलाज मिलना शुरू हो गया है. मरीजों को दूसरे संस्थान भी नहीं जाना होगा.
इन डॉक्टरों ने किया ऑपरेशन
न्यूरोसर्जरी विभाग के हेड डॉ. विजेंद्र कुमार, डॉ. अमित उपाध्याय, एनस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. इंदुबाला व पैरामेडिकल स्टाफ की टीम.