बसपा से सांसद दानिश अली निलंबित, प्रतिक्रिया में मायावती का आभार जताने के साथ फैसले को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
दानिश अली ने कहा कि मैंने पूरी लगन से बसपा को मजबूत करने का प्रयास किया है और कभी भी किसी भी तरह का पार्टी विरोधी काम नहीं किया है. मेरे अमरोहा क्षेत्र की जनता इसकी गवाह है. मैंने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध जरूर किया है और करता रहूंगा.
UP Politics: उत्तर प्रदेश की अमरोहा लोकसभा सीट से सांसद दानिश अली (Danish Ali) को मायावती (Mayawati) के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) से निलंबित कर दिया है. बसपा ने दानिश अली पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया है. बसपा ने एक बयान में कहा, “आपको पार्टी की नीतियों, विचारधारा और अनुशासन के खिलाफ बयान या कार्रवाई के खिलाफ कई बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद आप लगातार पार्टी के खिलाफ काम कर रहे हैं.” हालांकि अमरोहा से सांसद अली ने पार्टी की ओर से लगाए गए आरोपों से इनकार किया है और कहा कि उन्होंने कभी भी किसी भी तरह का पार्टी विरोधी काम नहीं किया है. दानिश अली ने कहा कि मैंने पूरी लगन से बसपा को मजबूत करने का प्रयास किया है और कभी भी किसी भी तरह का पार्टी विरोधी काम नहीं किया है. मेरे अमरोहा क्षेत्र की जनता इसकी गवाह है. मैंने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध जरूर किया है और करता रहूंगा. अगर ऐसा करना अपराध है, तो मैंने अपराध किया है और मैं इसके लिए कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हूं. दानिश अली ने उन्हें लोकसभा टिकट देने के लिए मायावती को धन्यवाद दिया है. साथ ही इस बात पर जोर दिया कि उनके खिलाफ पार्टी का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में उनके खिलाफ सांप्रदायिक अपशब्दों का इस्तेमाल करने के बाद दानिश अली ने कई बड़े विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी. उन्होंने लोकसभा से निष्कासित तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा के लिए न्याय की मांग करने के लिए कल संसद के बाहर अकेले विरोध प्रदर्शन भी किया था. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा ने दानिश अली को पत्र लिखकर निलंबन की सूचना दी. मिश्रा ने पत्र में लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के अनुरोध पर आपको अमरोहा से बीएसपी के प्रत्याशी के रूप में टिकट दिया गया था. देवेगौड़ा ने आश्वासन दिया था कि आप बसपा का टिकट मिलने के बाद पार्टी की सभी नीतियों और निर्देशों का पालन करेंगे और पार्टी हित में काम करेंगे. आपने उनके समक्ष इसे दोहराया भी था, लेकिन उन आश्वासनों को भूलकर आप पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं.