Lucknow : उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के मौरावां थानाक्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक नाबालिग गैंगरेप पीड़ित किशोरी के घर में आग लग गई. इससे गैंगरेप पीड़िता का सात माह का बच्चा और उसकी तीन महीने की बहन गंभीर रूप से झुलस गए. दोनों को गंभीर हालत में इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है. आरोप है कि जमानत पर छूटे गैंगरेप के दो आरोपियों ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है. अग्निशमन जवानों ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया. उन्नाव में दुष्कर्म के दो आरोपी एक माह पहले जेल से जमानत पर छूटे और सुलह के लिए दो अन्य साथियों के साथ नाबालिग दलित पीड़िता के घर पहुंच गए.
पीड़िता व उसकी मां का आरोप है कि आरोपी दुष्कर्म के मुकदमे में सुलह का दबाव बनाते हुए गाली गलौज करने लगे. पीड़िता व उसकी मां के विरोध पर लाठी डंडे से पीट दिया. पीड़िता व उसकी मां के हांथ व पैर में चोट के गहरे निशान मिले हैं. आरोप है कि आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए घर के भीतर रखे छप्पर में आग लगा दी. इस आग की चपेट में आने से नाबालिग गैंगरेप पीडिता का 7 माह का बेटा व उसकी बहन गंभीर झुलस गए. बच्चों के अलावा पीड़िता व उसकी मां का भी इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.
उन्नाव के मौरावां थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 13 वर्ष की नाबालिग ने गांव के ही युवकों पर पर बंधक बनाकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने का आरोप लगाया था. पीड़िता के करीब एक माह तक पुलिस के चक्कर काटने के बाद मौरावां पुलिस ने सतीश, अरुण, अमन पर गैंगरेप और पॉस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था. आरोप है कि करीब एक माह पहले जेल से जमानत पर छूटे अमन और सतीश अपने दो साथियों के साथ सोमवार देर शाम गैंगरेप पीड़िता के घर पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़िता और उसकी मां के साथ मारपीट की और समझौते के लिए दबाव बनाया. इसी दौरान आरोपियों ने आग लगा दी, जिसमें गैंगरेप के बाद मां बनी पीड़िता का दो महीने का बच्चा और उसकी मासूम बहन 30 से 35 फीसदी तक झुलस गए.
बता दे कि सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी जेल से छूटने के बाद पीड़िता व उसके परिजनों से सुलह करने का दबाव बना रहे थे.इस दौरान पीड़िता के चाचा और बाबा भी समझौता करने को कह रहे थे. लेकिन पीड़िता और उसके पिता ने समझौता करने से इंकार कर दिया तो बीते गुरुवार की रात को पीड़िता के पिता पड़ोसी के घर तिरपाल लेने गए थे. लौटते समय पीड़िता के पिता से बाबा और चाचा का आरोपियों से समझौता न करने को लेकर विवाद हो गया. जिसमे पीड़िता के पिता के ऊपर चाचा और बाबा ने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. जिससे वह घायल हो गए. वहीं घायल की पत्नी ने इलाज के लिए उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. वहीं पुलिस घायल व्यक्ति की पता लगा रही है. घायल न तो सीएचसी पहुंचा है और न ही जिला अस्पताल.
सूचना पर मौरावां थाना प्रभारी आनन-फानन मौके पहुंचे और झुलसे बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. वहीं मारपीट में घायल गैंगरेप पीड़िता व उसकी मां का भी इलाज चल रहा है. पीड़िता ने मौरावां पुलिस पर आरोपियों की मदद के गंभीर आरोप लगाए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी उन्नाव सिद्धार्थ शंकर मीना ने सीओ पुरवा से जांचकर रिपोर्ट तलब की है. डीएम उन्नाव अपूर्वा दूबे के निर्देश पर एडीएम नरेंद्र सिंह भी जिला अस्पताल पहुंचे. एडीएम ने झुलसे मासूम बच्चों का हाल जानने के साथ ही सीएमओ को बेहतर इलाज के आदेश दिए हैं.