Lucknow: जख्मी सारस का इलाज करने के बाद उसे अपने साथ रखने वाले आरिफ की मुश्किलें बढ़ गई हैं. वन विभाग ने आरिफ के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के प्रावधानों का उल्लंघन करने के आरोप में मामला दर्ज दर्ज कराया है. इसके साथ ही आरिफ को नोटिस जारी कर दो अप्रैल को पूछताछ के लिए तलब किया गया है.
अमेठी के मंडखा गांव में मार्च 2022 में आरिफ के खेत में एक सारस पक्षी घायल अवस्था में मिला था. आरिफ के मुताबिक उसके पैर में चोट लगी थी. आरिफ ने उसकी मरहम पट्टी की और ध्यान रखा. इसके बाद वह सारस उनके साथ रहने लगा. आरिफ का जहां भी जाना होता, सारस वहां साथ रहता. फरवरी में आरिफ व सारस की अनोखी दोस्ती की खबर सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंची और देखते ही देखते इसका वीडियो वायरल हो गया.
इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी बीते पांच मार्च को आरिफ के घर पहुंचे. इसके बाद से आरिफ की मुसीबतें बढ़ने लगीं. इस मुलाकात के बाद मुख्य वन संरक्षक के आदेश पर 21 मार्च को सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार भेजा गया. इस पर अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बार फिर अपनी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि उनके मिलने के बाद भाजपा वालों ने आरिफ से सारस को छीन लिया. पर्यावरण के लिए भाजपा वाले कुछ नहीं करेंगे. ये लोग सारस को कैद कर रहे हैं. जो मुख्यमंत्री सदन में झूठ बोलते हो, उनसे क्या उम्मीद करें कि सारस को खुला छोड़ देंगे.
इस बीच सारस के समसपुर पक्षी विहार से उड़ कर ‘बी सैया’ गांव में मिलने के बाद उसे वन विभाग की टीम एक बार फिर अपने साथ ले गई और फिर कानपुर प्राणि उद्यान भेज दिया गया. वहां उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. इसके साथ ही उसे 15 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा गया है. वहीं गौरीगंज रेंज के रेंजर शिवाकांत शर्मा ने स्थानीय थाने में केस दर्ज कराया. अब आरिफ को वन विभाग की नोटिस पर उप प्रभागीय वन अधिकारी रणवीर मिश्रा के समक्ष उपस्थित होकर बयान दर्ज कराने को कहा गया है.