हाथरस : हाथरस हादसे में सीबीआई जांच से पीड़िता परिवार को इंसाफ की उम्मीद की जगी है. पीड़िता के भाई का कहना है कि सीबीआई जांच से दोषियों को कठोर सजा मिलने की उम्मीद है. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होती, तो और अच्छा होता. इस बीच एसआईटी पीड़िता परिवार का बयान लेने रविवार को पीड़िता के गांव पहुंच गयी है. एसआईटी ने शनिवार को भी बयान दर्ज किये थे.
चंदपा क्षेत्र के गांव में दलित युवती की गैंगरेप के बाद हत्या के बाद से इलाके में सियासी सरगर्मी तेज है. रात के अंधेरे में पीड़िता का शव जलाये जाने पर भी सवाल खड़े हुए थे. मामले को रफा-दफा करने के आरोपों के बीच प्रदेश सरकार ने एसएसपी समेत पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया था. अब प्रदेश सरकार ने हाथरस कांड की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश कर रही है. मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को इस बात के आदेश दे दिये हैं. मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के हाथरस से लौट कर रिपोर्ट मिलने के बाद यह फैसला किया है.
अब सीबीआई उन तमाम पहलुओं की जांच करेगी, जो 14 सितंबर से अब तक सामने आये हैं. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के दोनों वरिष्ठ अधिकारी अपर मुख्य सचिव और डीजीपी हाथरस गये थे. हाथरस में दोनों अधिकारियों ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी. साथ ही उनकी मांग और समस्याओं को सुना था. इससे पहले मामले की जांच मुख्यमंत्री के निर्देश पर सचिव गृह की अध्यक्षता में गठित एसआईटी को सौंपी गयी थी. एसआईटी ने रविवार को चौथे दिन भी जांच रखी. एसआईटी को सात दिनों में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया था.
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर हाथरस के डीएम पर भी कार्रवाई की मांग की है. मायावती का कहना है कि वर्तमान डीएम के रहते निष्पक्ष जांच संभव नहीं है. आईपीएस एसोसिएशन ने भी सिर्फ पुलिस पर कार्रवाई पर सवाल खड़े किये हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी डीएम पर कार्रवाई की मांग की है. पीड़िता के परिवार ने डीएम पर धमकाने के आरोप लगाये थे. डीएम ने कहा था कि मीडिया चली जायेगी, लेकिन हम यहीं रहेंगे.
मामले को लेकर अब दलित नेता भी सक्रिय हो गये हैं. पीड़िता दलित समाज से थी. बसपा इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही है. केंद्रीय मंत्री व रिपब्लिकन पार्टी के मुखिया रामदास अठावले ने भी हाथरस कांड की सीबीआई जांच की मांग की थी. शनिवार को लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा था कि सीबीआई जांच की मांग के लिए वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे. इस बीच, सीबीआई जांच की सिफारिश का फैसला हो गया. उन्होंने हाथरस के जिलाधिकारी पर भी कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सपा व बसपा के समय भी दलितों पर अत्याचार होते रहे हैं. इसलिए विपक्ष को इस पर राजनीति करने की जगह सुधार के लिए सुझाव देना चाहिए. भीम आर्मी नेता चंद्रशेखर ने भी पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की है.