Lucknow : उत्तर प्रदेश में माफिया प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच करने के लिए सीबीआई की टीम बागपत जेल में पहुंची हैं. पांच साल पहले हुई हत्या की जांच के लिए सीबीआई ने गुरुवार को बागपत जिला जेल पहुंचकर अधिकारियों से पूछताछ की. टीम ने घटनास्थल का मुआयना भी किया. पुलिस के अनुसार, सीबीआई की टीम दो दिन तक जेल के अंदर जांच करेगी.
प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी को मुख्तार अंसारी गैंग का बेहद कुख्यात बदमाश माना जाता था. 5 वर्ष पहले उसने झांसी जेल में रहते हुए बड़ौत के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगी थी. लोकेश दीक्षित ने तभी उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था.
प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी को 7 जुलाई 2018 को लोकेश के मुकदमे में झांसी जेल से बागपत न्यायालय में पेशी पर लाया गया था. देर हो जाने के कारण रात में उसे बागपत जिला जेल में रखा गया था. अगले ही दिन 8 जुलाई 2018 की सुबह बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. जेल में ही बंद वेस्ट यूपी के कुख्यात बदमाश सुनील राठी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था.
जेल प्रशासन ने तभी तत्कालीन जेलर यू पी सिंह को निलंबित कर दिया था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मुन्ना बजरंगी के शरीर में 12 गोलियां लगी मिली थीं और उसके शरीर पर कई चोट के निशान भी मिले थे. पुलिस ने उस समय खुलाया किया था कि जेल में सुनील राठी और मुन्ना बजरंगी की बहस हो गई थी और इसके बाद सुनील राठी ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. मुन्ना बजरंगी पर 40 हत्याओं, लूट, रंगदारी की घटनाओं में शामिल होने के मुकदमे दर्ज थे.
माफिया मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह की मांग पर उच्च न्यायालय ने घटना की सीबीआई जांच का आदेश दिया था. सीबीआई की टीम ने तभी जेल पर पहुंचकर जांच की थी. उसके बाद से मामला ठंडे बस्ते में चला गया था. अब फिर से जांच शुरू हुई है. सीबीआई की टीम गुरुवार को शाम बागपत जिला जेल पहुंची. मीडिया रिपोर्टेस के अनुसार टीम सीधे जेल के अंदर गई और वहां जांच शुरू कर दी.
सूत्र बताते हैं कि टीम ने जेल में घटनास्थल को देखा. तत्कालीन निलंबित जेलर यूपी सिंह से घटना के बारे में पूछताछ की. बताया गया है कि निलंबित जेलर यूपी सिंह को नोटिस जारी कर सीबीआई ने बागपत जेल पर तलब किया था. वर्तमान जेलर वीके सिंह ने बताया कि सीबीआई की टीम मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच करने के लिए जेल पर पहुंची है. जेल परिसर में वह जांच करने में जुटी हुई है.
गौरतलब है कि इस मामले में मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि जेल प्रशासन ने सुनील राठी से मिलीभगत करके यह हत्या कराई है. इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की गई थी और उसके बाद सीबीआई जांच के आदेश हुए थे. इसमें कहा गया था कि मुन्ना बजरंगी को बागपत जेल में क्यों शिफ्ट किया गया था?
मुन्ना बजरंगी को बागपत जेल में शिफ्ट करने से पहले एक जुलाई से छह जुलाई के बीच उससे किन-किन लोगों ने मुलाकात की. इस तरह के कई अन्य बिंदुओं पर जांच होनी थी, लेकिन लखनऊ सीबीआई की जांच कई साल बाद भी लटकी रही तो उसके बाद वह जांच पिछले साल दिल्ली सीबीआई को ट्रांसफर की गई थी.