Chhath 2021: सूर्योपासना के महापर्व छठ को लेकर हर तरफ उत्साह का माहौल है. बुधवार को लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, गोरखपुर में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया. अब, गुरुवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य के बाद व्रती पारण करेंगे और चार दिनों के महापर्व का समापन हो जाएगा. छठ महापर्व पर हजरतगंज स्थित लक्ष्मण मेला मैदान में बड़ा आयोजन हुआ. हजारों की संख्या में श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देने उमड़े. महिलाओं ने रंग-बिरंगी रंगोलियों बनाकर पूजा स्थल को खूबसूरत बना दिया.
लखनऊ के अलावा कानपुर में भी डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. यहां के पनकी नहर, अर्मापुर नहर, शास्त्री नगर, नमक फैक्टरी, गोविंद नगर, गंगा बैराज समेत दो दर्जन से अधिक जगह छठ पूजा मनाई गई. हर तरफ छठ माता के गीत गूंजते रहे. साफ-सफाई को खास ध्यान रखा गया.
छठ पर्व पर संगम नगरी प्रयागराज के घाटों पर अविस्मरणीय छटा देखने को मिली. छठ पर त्रिवेणी के संगम समेत करीब 16 से अधिक घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पुत्र की लंबी आयु और परिवार की सुख-शांति की प्रार्थना की. संगम नोज समेत विभिन्न घाटों पर लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस को तैनात किया गया है. वहीं, गश्ती भी की जा रही है.
गोरखपुर में भी सूर्यदेव की आराधना का छठ महापर्व श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है. व्रतियों और श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया. राप्ती तट के रामघाट, गोरक्षनाथ घाट, गोरखनाथ मंदिर के भीम सरोवर मानसरोवर, जटाशंकर पोखरा, महेशरा, डोमिनगढ़, मीरपुर तट पर भीड़ नजर आई. पूरे जनपद में कुल 391 घाट बनाए गए हैं. अब, गुरुवार को उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ महापर्व संपन्न होगा.
प्रभात खबर ब्यूरो लखनऊ
Also Read: Chhath Puja 2021: छठव्रतियों ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य, देखें कल के सूर्योदय का समय