UP Chunav 2022: विधान सभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के छोटे और मझोले किसानों को नए साल पर बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं. सरकार 122 करोड़ की लागत से तैयार चेकडैम, तालाब किसानों को समर्पित करेगी. इसके अलावा 100 करोड़ की 227 नई परियोजनाओं की शुरुआत भी करने की तैयारी है. किसानों से जुड़ी इन योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने की तैयारी है.
सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार लगभग 122 करोड़ की लागत की लघु सिंचाई विभाग की 354 योजनाओं कार्य पूरा हो चुका है. बुंदेलखंड सहित प्रदेश के 391 गांव के लोगों को इसका लाभ मिलेगा. बुंदेलखंड चैकडैम निर्माण करीब 33 करोड़ की लागत से तैयार किए गए हैं. इसके अलावा 50 करोड़ की लागत से तैयार तालाब और जीर्णोद्धार की 126 योजनाएं इसमें शामिल हैं.
लगभग 100 करोड़ की लागत से 227 नई लघु सिंचाई योजनाओं की शुरुआत भी सरकार करेगी. इन योजनाओं से 257 गांव के लोगों को सीधा लाभ मिल सकेगा. इनमें जिला योजना के तहत प्रदेश भर में करीब 53 करोड़ की लागत से 139 चैकडैम का निर्माण और लगभग 30 करोड़ की लागत से 88 तालाबों का निर्माण और जीर्णोद्धार किया जाएगा.
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यूपी में गहराते भूजल संकट को दूर करने के लिए वर्षा जल संचयन, सतही जल के कम उपभोग, जल संरक्षण की विधाओं को प्रोत्साहित करके भूजल संवर्द्धन के प्रयास किए जा रहे हैं. सरकार की मंशा किसानों को सिंचाई की सुविधाओं से संपन्न कर खेती-किसानी के साथ प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाना है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के प्रयासों से कैबिनेट ने लघु सिंचाई योजना को अब मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना के संशोधित स्वरूप में लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. किसानों को बोरिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही नलकूप सौर ऊर्जा से चलाए जा रहे हैं.
सरकार ने प्रदेश में परंपरागत ऊर्जा को प्रोत्साहित करने का काम किया है. किसानों को उथले, मध्यम व गहरे नलकूपों की बोरिंग सुविधा दी गई है. उथले बोरिंग में 30 मीटर तक और मध्यम में 31 से 60 मीटर तक बोरिंग करायी जाती है. वहीं गहरे बोरिंग में 61 से 90 मीटर बोरिंग कराने की सुविधा दी जाती है.