CMS के छात्र की मौत: परिजन पूछ रहे ग्राउंड या क्लास रूम कहां गिरकर बेहोश हुआ आतिफ, चिकित्सकों ने कही ये बात
आतिफ की मौत का मोहल्ले के लोगों को अभी भी यकीन नहीं हो रहा है. एक हंसते खेलते बच्चे की कैसे हार्ट अटैक से मौत हो सकती है, लोगों का यकीन कर पाना मुश्किल है. मां निगहत, बहन अरीशा और अरीबा सिद्दीकी बेहद गमगीन हैं. उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.
Lucknow News: राजधानी लखनऊ में सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) अलीगंज में कक्षा 9 के छात्र आतिफ की मौत से परिजन बेहद सदमे में हैं. सीएमएस की सेक्टर ओ ब्रांच में पढ़ने वाले आतिफ की स्कूल में अचानक हार्ट अटैक से मौत की बात कही जा रही है. वहीं अब छात्र के पिता अनवर ने स्कूल के शिक्षकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. पोस्टमार्टम के बाद शव का दिल और बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है.
स्कूल प्रशासन पर गुमराह करने का आरोप
पिता के मुताबिक स्कूल प्रशासन उन्हें लगातार गुमराह कर रहा है. स्कूल के शिक्षकों ने पहले आतिफ के ग्राउंड में गिरने की बात बताई. उसके बाद क्लास रूम में गिरने की बात कही. इसके बाद लॉरी कार्डियॉलजी में मौत की पुष्टि होने के बाद स्कूल प्रशासन हार्ट अटैक का हवाला देते हुए शव का पोस्टमॉर्टम नहीं करवाने का दबाव बनाने लगा था.
आंखें लाल और तलवे पीले हो गए थे पीले
कहा जा रहा है कि परिजन स्कूल प्रशासन की बात मान गए थे. लेकिन, जब डॉक्टरों ने बताया कि इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक से मौत के केस बेहद कम होते हैं, तो पुलिस को सूचना दी गई. इसके बाद शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया. छात्र के चाचा फारूक सिद्दीकी ने बताया कि आतिफ की आंखें लाल व तलवे पीले पड़ गए थे. इससे भी किसी अनहोनी की आशंका है.
परिजनों से लेकर मोहल्ले वालों को नहीं हो रहा यकीन
उधर आतिफ की मौत का मोहल्ले के लोगों को अभी भी यकीन नहीं हो रहा है. एक हंसते खेलते बच्चे की कैसे हार्ट अटैक से मौत हो सकती है, लोगों का यकीन कर पाना मुश्किल है. मां निगहत, बहन अरीशा और अरीबा सिद्दीकी बेहद गमगीन हैं. उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. पिता ने बताया कि आतिफ पढ़ाई के साथ खेलकूद में भी अच्छा था. चारों बच्चों में आतिफ को सबसे दुलार मिलता था. इसी महीने दो सितंबर को आतिफ ने अपना 14वां जन्मदिन मनाया था.
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तहरीर मिलने पर होगी जांच
इस प्रकरण में एडीसीपी नॉर्थ अबीजीथ आर शंकर का कहना है कि आतिफ को बुधवार दोपहर क्लास में सांस लेने में दिक्कत शुरू हुई. उसके बाद वह बेहोश हो गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं इंस्पेक्टर अलीगंज नागेश उपाध्याय के मुताबिक परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है. लेकिन, लिखित तहरीर नहीं दी है. अंतिम संस्कार के बाद पिता से बात की जाएगी. अगर तहरीर मिलती है तो जांच करेंगे.
सीएमस स्कूल ने बताया घटनाक्रम
सीएमएस के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ऋषि खन्ना ने घटना का लेकर बताया कि 20 सितंबर को विद्यालय के कक्षा 9 का छात्र आतिफ सिद्दीकी कैमिस्टी के पीरियड में अचानक बेहोश हो गया. इस छात्र को स्कूल के टीचर और नर्स अपनी कार से तुरंत पास में आरूशी मेडिकल सेंटर लेकर गए. तब तक बच्चे के पिता को भी फोन से जानकारी दे दी गई थी और वे भी आरूशी मेडिकल सेंटर पहुंच गए.
वहां डॉक्टर के सीपीआर देने के बावजूद जब बच्चा होश में नहीं आया तो उन्होंने बताया कि बच्चे को हार्ड अटैक हुआ है और उसे तुरन्त लारी कॉर्डियोलाजी हॉस्पिटल ले जाया जाए. इसके बाद मेडिकल सेंटर की एम्बुलेंस से टीचर एवं नर्स बच्चे को ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ लॉरी लेकर गए. लॉरी कोर्डियोलॉजी के इमरजेंसी में पहुंचने पर डाक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक घटना से पूरा सीएमएस परिवार सदमे में और शोक संतृप्त है. सीएमएस इस कठिन समय में बच्चे के परिवार के साथ हैं और किसी भी जांच में पूरी तरह से सहयोग देने को तैयार हैं.
एक लाख में एक बच्चा होता है बीमारी का शिकार
अहम बात है कि आतिफ की मौत की वजह पोस्टमॉर्टम के बाद भी साफ नहीं हुई है. विशेषज्ञों ने हार्ट अटैक की आशंका जताई है. ऐसे मामले बेहद कम सामने आते हैं. पोस्टर्माटम रिपोर्ट में हार्ट में क्लॉटिंग की बात सामने आई है. कार्डियॉलजिस्ट के मुताबिक अगर क्लॉटिंग मिली है तो हार्ट अटैक हो सकता है जो एक लाख बच्चों में एक में ही संभव है.
फैमीलियल हाईपरकॉलेस्टोलीमिया के शिकार बच्चों में ऐसा हो सकता है. इसमें कॉलेस्ट्रॉल एक हजार से अधिक हो जाता है, जबकि सामान्य व्यस्कों में 100 से 150 होता है. इसमें जन्म के बीस साल के अंदर बच्चे की मौत हो जाती है. हालांकि लाइफ स्टाइल से इसका संबंध नहीं होता है. यह बीमारी जन्म से बच्चों में पाई जाती है.