UP: सीएम कंपोजिट मॉडल स्कूल देश में बनेंगे मिसाल, जानें किन जिलों में होगी शुरुआत, दाखिला प्रक्रिया और खासियत
CM Model Composite Schools: अहम बात है कि प्रदेश के कुल 75 जनपदों में से 'मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय' की स्थापना के लिए उन 57 जिलों को चयनित किया जाएगा, जिन जिलों में अटल आवासीय विद्यालय नहीं खोले गए हैं. प्रदेश के सभी 18 मंडलों में एक-एक अटल आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं.
CM Model Composite Schools: यूपी में आने वाले दिनों में स्कूलों की नई तस्वीर देखने को मिलेगी. खास तौर से गरीब घरों के बच्चों को विश्वस्तरीय पढ़ाई सरकारी स्कूलों में मिल सकेगी. इससे उनके आत्मविश्वास में इजाफा होगा और उनकी पढ़ाई का स्तर भी कई गुना बेहतर हो सकेगा. ये संभव होगा योगी सरकार के ‘सीएम कंपोजिट मॉडल स्कूल’ से, जिसकी कवायद जल्द शुरू होने जा रही है. प्रदेश के 57 जनपदों में जल्द एक-एक मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट स्कूल खोले जाएंगे. ये स्कूल अपने शैक्षिक माहौल और गुणवत्ता की वजह से पूरे देश में मिसाल बनेंगे. इन स्कूलों में प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई कराई जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि पांच से दस एकड़ तक जमीन पर इन स्कूलों का निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए जल्द ही जनपदों में जमीन चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया जाएगा. यहां स्मार्ट क्लास के साथ-साथ रोबोटिक्स व मशीन लर्निंग सेंटर के साथ-साथ मॉड्यूलर लैब आदि की सुविधा होगी.
इन जिलों को किया गया चयनित
अहम बात है कि प्रदेश के कुल 75 जनपदों में से ‘मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय’ की स्थापना के लिए उन 57 जिलों को चयनित किया जाएगा, जिन जिलों में अटल आवासीय विद्यालय नहीं खोले गए हैं. प्रदेश के सभी 18 मंडलों में एक-एक अटल आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं.
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मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय की खासियत
वहीं मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट स्कूल में प्री नर्सरी से लेकर इंटरमीडिएट तक प्रत्येक कक्षा में तीन-तीन सेक्शन होंगे. यहां विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य, शिक्षक संवर्ग व कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन भी बनाए जाएंगे. यहां कक्षा कक्ष में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था होगी. साथ ही रोबोटिक्स और मशीन लर्निंग सेंटर के साथ-साथ कक्षा एक से कक्षा आठ तक कंपोजिट विज्ञान व गणित लैब बनाई जाएगी.
हर क्लास की होगी खास लाइब्रेरी
इसके साथ ही कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान की माड्यूलर लैब बनाई जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कंप्यूटर लैब व लैंग्वेज लैब भी बनाई जाए, जिससे सभी कक्षाओं के लिए अलग-अलग लाइब्रेरी बनाई जाए. खेल का विशाल मैदान हो और ओपन जिम के साथ-साथ मल्टीपल एक्टिविटी हाल, सोलर पैनल, वर्षा जल संचयन इकाई की स्थापना, वाटर प्लांट, मिड डे मील किचन, डायनिंग हाल, वाशिंग एरिया, हैंडवाशिंग यूनिट और सीसीटीवी कैमरे से ऑनलाइन निगरानी की व्यवस्था भी की जाए.
उत्कृष्ट शिक्षकों की होगी तैनाती
उत्तर प्रदेश में प्री प्राइमरी से कक्षा आठ तक की पढ़ाई के लिए 24 हजार कंपोजिट स्कूल चलाए जा रहे हैं. अब इनमें से सभी जिलों में एक-एक सर्वश्रेष्ठ कंपोजिट स्कूल को मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के रूप में चरणबद्ध रूप से उच्चीकृत किया जाएगा. यहां पांच कमरों का एक अभ्युदय ब्लॉक बनाया जाएगा. मिड डे मील शेड, बाल वाटिका, पोषण वाटिका, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, बाल सुलभ फर्नीचर, माड्यूलर डेस्क व बेंच, वाई-फाई की सुविधा और सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था की जाएगी. यहां पर उत्कृष्ट शिक्षकों की तैनाती की जाएगी और इसके लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट की भी व्यवस्था की जाएगी. यहां लर्निंग बाई डूइंग मॉडल के जरिए विद्यार्थियों को कौशल व उद्यमिता विकास के अवसर उपलब्ध कराए जाएं. इससे 26 लाख विद्यार्थियों को लाभ होगा.
इन स्कूलों को किया जाएगा अपग्रेड
पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) योजना के तहत पहले चरण में 924 स्कूलों को उच्चीकृत किया जाना है. ऐसे में इन स्कूलों में हो रहे निर्माण कार्यों को दिसंबर तक पूरा कर इन्हें उच्चीकृत किया जाएगा. इसमें 272 सरकारी प्राइमरी स्कूल, 570 कंपोजिट स्कूल और 82 माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं. कुल 1,725 सरकारी विद्यालय इस योजना के तहत चयनित किए गए हैं.