यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि प्रदेश में पिछले साढ़े चार साल में एक भी दंगा नहीं हुआ है. पहले प्रदेश की पहचान ही दंगा थी क्योंकि सरकारें दंगाइयों को प्रश्रय देती थीं. दंगों से प्रदेश की जनता प्रताड़ित थी, झूठे मुकदमे दर्ज होते थे. वे रविवार को राजधानी में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में बोल रहे थे.
सीएम योगी ने रविवार को कहा कि जो मूर्ति बनाता था, उसकी मूर्ति नहीं बिकती थी. जो दीया बनाता था उसके दीये तोड़ दिए जाते थे. उसके बाद त्योहार को अंधेरे में धकेल दिया जाता था लेकिन आपने विगत साढ़े चार वर्षों में देखा होगा कि उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ है. यह सिर्फ और सिर्फ इसलिये हो सका है क्योंकि हमारी सरकार अराजकतत्वों से बखूबी निपटना जानती है. उन्होंने कहा कि तीज-त्योहार के समय प्रदेश में कर्फ्यू लग जाता था. व्यापार ठप्प हो जाता था. मगर अब प्रदेश में कानून का राज है. प्रदेश तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा, ‘भाजपा की सरकार ने दंगाइयों को पहले दिन से ही संदेश दे दिया था कि अगर दंगा करोगे तो अगली सात पीढ़ियों का पट्टा लिखकर के जाना जो भरपाई करते रहेंगे.’ इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में 2017 के पहले जिन लोगों का शासन था, वे भी सबके विकास की बात करते थे.
मगर पर विकास सिर्फ उनके परिवार का ही हुआ. उन्हें स्वयं और स्वयं के परिवार के अलावा समाज और राष्ट्र के बारे में कोई चिंता थी ही नहीं. यही कारण रहा कि प्रदेश पिछड़ता गया. बदहाली होती गई, बेरोजगारी बढ़ती गई, दंगों की आग में प्रदेश को झोंक दिया गया और अब जब प्रदेश विकास के रास्ते पर बढ़ रहा है तो उन्हें ये पसंद नहीं आ रहा है.