यूपी में अब नियुक्ति पर नहीं उठते सवाल, युवाओं का देश में होता है स्वागत, लखनऊ में बोले-सीएम योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में नियुक्ति प्रक्रिया के पारदर्शी होने का दावा करते हुए कहा कि 2017 के बाद यूपी का माहौल पूरी तरह से बदल गया है. छह लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है और बिना भेदभाव के ये काम किया जा रहा है. यूपी आज तेजी से आगे बढ़ रहा है.
Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एवं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित 400 अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि 2017 के पहले की स्थितियों से हर कोई वाकिफ है. 2017 के पहले युवाओं के मन में निराशा और हताशा थी. उत्तर प्रदेश के अंदर चयन की प्रक्रिया में भेदभाव होता था. उत्तर प्रदेश के युवा जब काम की तलाश में बाहर जाते थे, तो उनके सामने पहचान का संकट होता था.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश का जो युवा दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु या देश के अन्य स्थानों में रहता था, वह अपनी पहचान को छुपाता था, क्योंकि उत्तर प्रदेश का नाम लेते ही लेते तो वहां पर नौकरी की बात तो दूर कोई किराए पर कमरा भी नहीं देता था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ये स्थिति पूरी तरह से बदल गई है. आज पहचान के संकट से भी उत्तर प्रदेश की वर्तमान व्यवस्था ने आपको मुक्त किया है. अब देश के अंदर कहीं भी जाएंगे, लोग पलक पावड़े बिछाकर स्वागत के लिए तैयार होंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष में प्रदेश के अंदर यह 17वां नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम संपन्न किया जा रहा है, जिसमें अभी तक 55 हजार से अधिक युवाओं को हमने सफलतापूर्वक चयन की प्रक्रिया संपन्न करवाते हुए नियुक्ति पत्र वितरित करने का काम किया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले छह वर्ष के दौरान अब तक लगभग छह लाख सरकारी नियुक्तियां प्रदेश के अंदर की गई है. इन नियुक्तियों में कहीं भी पूरी प्रक्रिया में कोई प्रश्न नहीं खड़ा कर पाया. इसके साथ ही आज के दिन किसी भी विभाग की नियुक्ति की कोई प्रक्रिया न्यायालय में लंबित भी नहीं है या कोर्ट ने उसे स्टे नहीं दिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शासन और चयन आयोग की मंशा पर कोई प्रश्न नहीं खड़ा कर सकता. प्रदेश के अंदर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग या विभिन्न विभागों के स्तर पर चयन की जो प्रक्रिया संपन्न हो रही है, उनमें पूरी पारदर्शिता और शुचिता का ध्यान रखा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि छह वर्ष के अंदर प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा का उनके राज्य में सम्मान होने लगा है. उत्तर प्रदेश आज तेज गति से आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. हर एक क्षेत्र आज विकास की प्रक्रिया का हिस्सा बना है और देश के अंदर नजीर प्रस्तुत करने हुए आगे बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समाज के लिए वास्तव में प्रेरणा भी है, जो समाज अपनी प्रतिभाओं को सम्मानित करता है, उसको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है, उसके विकास की प्रक्रिया को कोई रोक नहीं सकता है. उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन के अनुरूप देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है.
लखनऊ में आयोजित इस कार्यक्रम में 66 समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद), 204 अनुदेशक (प्राविधिक शिक्षा विभाग) और 130 कनिष्ठ सहायकों (लोक निर्माण विभाग) को नियुक्ति पत्र वितरित किया गया.