UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया TRANSCON 2023 कांफ्रेंस का उद्घाटन, कहा स्वैच्छिक रक्तदान जरूरी

यूपी की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को इंडियन सोसाइटी ऑफ ब्लड ट्रांसफ्यूजन एंड इम्यूनोहीमैटोलॉजी की 48वीं कांफ्रेंस शुरू हो गयी. कांफ्रेंस 8 अक्टूबर तक चलेगी.

By Amit Yadav | October 6, 2023 1:57 PM

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को इंडियन सोसाइटी ऑफ ब्लड ट्रांसफ्यूजन एंड इम्यूनोहीमैटोलॉजी (ISBTI) और ब्लड ट्रांसफ्यूजन इम्यूनोहीमैटोलॉजी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित TRANSCON 2023 कांफ्रेंस का उद्घाटन किया. उन्होंने इस मौके पर ब्लड ट्रांसफ्यूजन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वालों को सम्मानित किया. सीएम ने इस मौके पर कहा कि स्वच्छता पखवाड़े के दौरान स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के लिये शिविर लगाये गये थे. इसमें 25 हजार यूनिट रक्त इकठ्ठा हुआ है. वहीं इससे कई गुना अधिक लोगों ने अपने ब्लड ग्रुप की जांच करायी है. जिससे स्वैच्छिक रक्तदाताओं का बैंक बनाने में मदद मिलेगी.

सीएम योगी ने कहा कि यह देश महिर्षि दधीचि का है. जिन्होंने देव असुर युद्ध में अपने शरीर का बलिदान दिया था. लेकिन अंगदान के प्रति लोगों की जागरूकता में कमी है. यूपी में बड़े पैमाने पर रोड एक्सीडेंट से मौतें होती हैं. यदि व्यक्ति की दु:खद मौत हुई है तो उसके अंग को दान में देकर दूसरों की जान बचायी जा सकती है. इस दिशा में जागरूकता का आभाव है. इसे बढ़ावा देने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की आबादी का सबसे बड़ा राज्य है. 25 करोड़ की आबादी उत्तर प्रदेश में निवास कर रही है. इस आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिये केंद्र व राज्य सरकार प्रयास कर रहे हैं. इस तरह की कांफ्रेंस से हम लोगों को तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ टेक्नोलाॅजी के आदान-प्रदान में भी बड़ी मदद मिलती है.


ब्लड डोनेशन के बारे में आम नागरिकों को जागरूक करें विशेषज्ञ

सीएम योगी ने कहा कि पूरे देश में रोजाना डेढ़ करोड़ यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है. इसमें से 20 से 25 लाख यूनिट ब्लड कम पड़ जाता है. इसकी वजह लोगों में जागरूकता का अभाव है. अक्सर देखने में आता है कि परिवार के लोग ही मरीज को खून देने के लिए तैयार नहीं होते हैं. ये उनमें ब्लड डोनेशन को लेकर जागरूकता का न होना दर्शाता है. इसमें सबसे बड़ी कमी हमारी है. इसका फायदा उठाकर रक्तदाता रुपयों की मांग करता है और खून के साथ कई बीमारियों को भी देने का काम करता है.

एक यूनिट खून से बचायी जा सकती है कई लोगों की जान

आज एक यूनिट ब्लड से टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर कई लोगों की जान बचायी जा सकती है. ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी है कि लोगों को ब्लड डोनेशन के लिए जागरूक करें ताकि खून की कमी को दूर किया जा सके. सीएम ने कहा कि 15 वर्षों बाद यूपी में सम्मलेन होने जा रहा है. ऐसे में यह सम्मेलन ब्लड ट्रांसफ्यूजन के फील्ड में काम करने वाले सभी विशेषज्ञों और स्टेक होल्डर के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा. जो इस क्षेत्र में प्रदेश को आगे ले जाने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा. सीएम ने कहा कि कोरोना कालखंड में एक-एक व्यक्ति की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता थी. इस दौरान चिकित्सकों और हेल्थ वर्कर्स ने प्रतिबद्धता के साथ काम किया और हमने कोरोना को हराया.

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कोरोना से लड़ाई में स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत हुई

केंद्र और राज्य की सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्या नया हुआ है इसे देश में लाने का प्रयास कर रही है. ऐसे में इस तरह के राष्ट्रीय सम्मेलन हेल्थ के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के आदान-प्रदान में बड़ी भूमिका निभाते हैं. सीएम ने कहा कि कोरोना काल में आधे प्रदेश में आईसीयू के एक भी बेड नहीं थे. लेकिन प्रयास से सभी जनपदों में कमी को पूरा किया गया. इसके बाद विशेषज्ञ, पैरामेडिकल, नर्सिंग स्टाफ और टेक्नीशियन की कमी सामने आने लगी. इस पर ट्रेनिंग शुरू की गयी और केजीएमयू, एसजीपीजीआई ने पूरे प्रदेश में वर्चुअल आईसीयू का संचालन किया. इससे करोनो को हराने में काफी मदद मिली. इस दौरान फ्रंटलाइन वर्कर भी मजबूती के साथ खड़े रहे. इससे प्रदेश में मृत्यु दर को न्यूनतम रखने के साथ संक्रमण के फैलाव को रोकने में काफी हद तक सफलता मिली थी.

गांव के स्कूलों में कांफ्रेंस का आयोजन हो

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पूरे देश ने टेक्नोलॉजी के प्रयोग से कोरोना को मात दी. भारत की 140 करोड़ की आबादी की तुलना में यूएसए की आबादी एक चौथाई है, लेकिन कोविड प्रबंधन में वह पूरी तरह फेल रहा. जबकि भारत में यूएसए के मुकाबले संक्रमण और मृत्यु की दर काफी कम थी. उन्होंने कहा कि इस तरह के सम्मेलन टेक्नोलॉजी के आदान-प्रदान से बहुत सशक्त माध्यम बनते हैं. डॉक्टर की बात पब्लिक तन्मयता से सुनती है. ऐसे में उन्हे ब्लड डोनेशन के बारे में जागरुक करना होगा. इसके लिए गांव के स्कूलों में कॉन्फ्रेंस का आयोजन होना चाहिये.

रेयर ब्लड ग्रुप सुरक्षित कराए

विश्वकर्मा जयंती और आधुनिक भारत के शिल्पी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर के बीच में सेवा पखवाड़ा का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसमें हर जनपद में ब्लड डोनेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश में 25000 यूनिट ब्लड कलेक्ट हुआ. इस दौरान लोगों ने अपने रेयर ग्रुप के ब्लड को सुरक्षित कराया. इस प्रकार के कार्यक्रम होते रहने चाहिये.

कांफ्रेंस के बाद अयोध्या और नैमिषारण्य का करें भ्रमण

सीएम योगी ने सम्मेलन में आए विशेषज्ञों से भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या और सीतापुर स्थित नैमिषारण्य का भ्रमण करने की अपील की। कार्यक्रम में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा, केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन की विभागध्यक्ष प्रो. तूलिका चंद्रा, केजीएमयू वीसी प्रो. सोनिया नित्यानंद, आईएसबीटीआई की महासचिव डॉ. संगीता पाठक, डॉ. एके त्रिपाठी, यूपी चैप्टर आईएसबीटीआई के उपाध्यक्ष डॉ. अखिलेश अग्रवाल आदि उपस्थित थे.

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