सीएम योगी के आर्थिक विकास मॉडल पर JNU में चर्चा, जनरल वीके सिंह बोले- एक ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य होगा हासिल
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि भारत के विकास के लिए उत्तर प्रदेश का आर्थिक रूप से मजबूत होना अति आवश्यक है. यूपी देश का सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले यूपी का क्या हाल था, यह किसी से छिपा नहीं है.
Lucknow: देश के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके आर्थिक विकास मॉडल पर चर्चा हुई. आमतौर पर जेएनयू में किसी सरकार के काम को लेकर इस तरह का आयोजन नहीं किया जाता है, इस वजह से ये कार्यक्रम काफी चर्चा में रहा.
यूपी की अर्थव्यवस्था पर केंद्रित है पुस्तक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आधारित शोध पुस्तक के लोकार्पण के दौरान ये चर्चा हुई. ये पुस्तक उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को केंद्र में रखकर लिखी गई है, जिसमें प्रदेश के वन ट्रिलियन डॉलर के महा-अभियान की बारीकी से पड़ताल की गई है.
योगी सरकार में बेहतर हुई आर्थिक स्थिति
केंद्रीय सड़क परिवहन, राज्य मार्ग एवं नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल डॉ वीके सिंह ने जेएनयू कन्वेंशन सेंटर में यूपी @ ट्रिलियन अभियान: उत्तर प्रदेश सुदृढ़ अर्थव्यवस्था की ओर” पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ना केवल एक ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य प्राप्त करेगा बल्कि इससे कहीं बेहतर प्रदर्शन करेगा.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ हुई है, निवेश आ रहा है, विकास का माहौल तैयार हुआ है, इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो रहा है और प्रदेश में बीते नौ वर्षों में विकास की क्रांति आकार ले रही है.
भारत के विकास के लिए यूपी का मजबूत होना जरूरी
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकसित देश बनने की ओर अग्रसर है. भारत के विकास के लिए उत्तर प्रदेश का आर्थिक रूप से मजबूत होना अति आवश्यक है. यूपी देश का सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले यूपी का क्या हाल था, यह किसी से छिपा नहीं है.
योगी सरकार से पहले बदहाल थी कानून व्यवस्था
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब थी. निवेशक राज्य से बाहर जा रहे थे. विकास के पैमाने पर यूपी पिछड़ा था. इसलिए इसे बीमारू राज्य कहा जाता था. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर की, जिसके सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं.
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि जिन निवेशकों का भरोसा यूपी के ऊपर से उठ गया था, जो निवेशक यूपी से बाहर जा चुके थे, वो अब दोबारा निवेश कर रहे हैं. योगी राज में यूपी बीमारु राज्यों की श्रेणी से निकलकर अग्रणी राज्य बन गया है. आज यूपी अगर ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में 12वीं से दूसरे नंबर तक पहुंचा है जो इसका पूरा श्रेय योगी आदित्यनाथ को जाता है.
कोरोना संक्रमण काल का किया जिक्र
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने यूपी से भ्रष्टाचार का सफाया कर दिया है. स्कूलों का कायाकल्प किया है. आज यूपी के सरकारी स्कूल के बच्चे भी अंग्रेजी में बात करते हैं. कोरोना काल में यूपी का दमखम पूरी दुनिया ने देखा. जब 26 लाख श्रमिक यूपी में आए तो यूपी सरकार ने ना केवल उनके घर तक पहुंचाया, बल्कि उनके लिए रोजगार की भी व्यवस्था की. एक जिला, एक उत्पाद की वजह से जिलों में कुशल कामगारों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं.
बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर हुआ यूपी
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष प्रो. राम बहादुर राय ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने यूपी के ऊपर से बीमारु राज्य का ठप्पा हटाया. विकास की राह में आ रही अड़चनों को दूर किया. आज यूपी में निवेश का बेहतर माहौल बना है. योगी के नेतृत्व में चौतरफा विकास हो रहा है.
यही वजह है कि योगी के दूसरे कार्यकाल को भी जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री संपूर्णानंद जी ने जिस आधी अधूरी क्रांति की बात अपनी पुस्तक में कही थी, विकास की उस क्रांति को योगी आदित्यनाथ पूरा कर रहे हैं.
कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेज प्रो बलराम पाणि, जेएनयू के कार्यवाहक कुलपति प्रो दीपेंद्र नाथ, एस एटेंसी रिसर्च सेंटर, बैंगलूरु के निदेशक संजीव निश्चल व पुस्तक की संपादक प्रो पूनम कुमारी ने भी अपने विचार रखे. इस दौरान योगी पर आधारित कार्यक्रम में वक्ताओं को सुनने के लिए श्रोताओं में उत्साह देखा गया.