CM Yogi Adityanath Visit Ayodhya: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) शनिवार को अयोध्या (Ayodhya) दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने श्री राम जन्मभूमि परिसर में पहुंचकर भगवान रामलला के दर्शन किए और पूजा अर्चना की. इसके बाद उन्होंने राम मंदिर निर्माण कार्य को देखा और विकास कार्यों का जायजा लिया. इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी उनके साथ थे.
सीएम योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर से अयोध्या पहुंचे, जहां रामकथा पार्क हेलीपैड पर सीएम योगी हेलीकॉप्टर उतरा, इसके बाद वे यहां से सीधा श्री राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे. मुख्यमंत्री ने वहां भगवान राम की पूजा अर्चना की. इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मुख्यमंत्री ईश्वर के आगे हाथ जोड़ते हुए आगे बढ़ते हैं और पूजा अर्चना करते हैं. इसके बाद वो रामलला की आरती भी उतारते हैं. इस दौरान वहां शंख ध्वनि बजती है. मंदिर के पुरारी उन्हें भगवा अंगवस्त्र पहनाते हैं. इस दौरान वहां श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय भी दिखाई देते हैं.
आपदामपहर्तारं दातारं सर्वसम्पदाम्।
लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्॥श्री अयोध्या जी में आज भगवान श्री रामलला के दर्शन-पूजन का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ।
जय श्री राम! pic.twitter.com/76aGp02DQs
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 19, 2023
रामलला की पूजा अर्चना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य देखने पहुंचे. राम मंदिर के निर्माण में लगे अधिकारियों ने उन्हें मंदिर निर्माण कार्य की एक-एक बारीकी से रुबरू कराया. इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बड़े ध्यान से पूरे काम को देखा.
मुख्यमंत्री ने करीब 45 मिनट तक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. समीक्षा बैठक में अयोध्या के अधिकारियों के साथ सांसद और नगर निगम के महापौर उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव से पहले राम नगरी की बेहतर साफ-सफाई का निर्देश दिया है. साथ ही तय समयसीमा के भीतर विकास कार्य पूरा करने के निर्देश दिए.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने राममंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महंत रामचंद्र दास परमहंस की समाधि पर पहुंचकर उन्हें पुष्पांजलि भी अर्पित की. दरअसल मुख्यमंत्री का दिगंबर अखाड़ा से गहरा जुड़ाव है. गोरक्षपीठ की तीन पीढ़ियों का यहां से जुड़ाव रहा है. सीएम के गुरु महंत अवैद्यनाथ और रामचंद्र दास परमहंस की काफी घनिष्ठता थी. सीएम भी अपनी पीढ़ी की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं. दिगंबर अखाड़ा राममंदिर आंदोलन का प्रधान केंद्र भी रहा है.
राममंदिर आंदोलन की पहली बैठक इसी अखाड़े में हुई थी. उसमें राममंदिर निर्माण के लिए एक समिति का भी गठन किया गया, जिसके अध्यक्ष महंत अवैद्यनाथ बनाए गए थे, जो सीएम योगी आदित्यनाथ के गुरु थे. वर्ष 1989 में महंत रामचंद्र दास परमहंस को रामजन्म भूमि न्यास का पहला अध्यक्ष चुना गया. इसके बाद मंदिर आंदोलन को नई दिशा मिली.
राम मंदिर के प्रथम तल का कार्य पूरा हो गया है. जनवरी महीने में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. ऐसे में अब रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद उनके दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अब ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा. बताया जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के भ्रमण के दौरान उन्हें इन सभी विषयों से जुड़ी जानकारी दी गई.