अखिलेश यादव के फ्री बिजली देने के ऐलान पर सीएम योगी का पलटवार, कहा- वसूली के लिए तो जनता से माफी मांग लो
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के फ्री बिजली देने के ऐलान पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि मैं बबुआ से एक बात पूछना चाहता हूं, जब आप बिजली ही नहीं देते थे तो मुफ्त की बात कहां ? उल्टा जनता से जो वसूली करते थे उसके लिए माफी तो मांग लो.
UP Chunav 2022: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साल के पहले दिन रामपुर पहुंचे. यहां उन्होंने ₹95 करोड़ की 25 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला.
रामपुर में सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के आवास में मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के दंगाइयों को बुलाकर सम्मानित किया जाता था, लेकिन 2017 के बाद मुख्यमंत्री आवास में किसानों का सम्मान किया जाता है और गुरुबाणी का पाठ होता है.
फर्क साफ है।
2017 से पहले
मुख्यमंत्री आवास में मुजफ्फरनगर व सहारनपुर के दंगाइयों को बुलाकर सम्मानित किया जाता था2017 के बाद
मुख्यमंत्री आवास पर किसानों का सम्मान और गुरुबाणी का पाठ होता हैयही अंतर है: #UPCM श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/a5jskby8zs
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 1, 2022
सीएम योगी ने कहा कि यह वही प्रदेश है, जहां पहले किसी भी धर्मस्थल के नाम पर पैसा नहीं मिलता था, गरीब को मकान नहीं मिलता था. मैं बबुआ से एक बात पूछना चाहता हूं, जब आप बिजली ही नहीं देते थे तो मुफ्त की बात कहां ? उल्टा जनता से जो वसूली करते थे उसके लिए माफी तो मांग लो.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कश्मीर में धारा 370 कांग्रेस की सरकार में क्यों नहीं समाप्त हुई? सपा और बसपा जब कांग्रेस का समर्थन करते थे, तब इन्होंने क्यों नहीं समाप्त किया? धारा 370 को समाप्त करने का कार्य नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारें गरीबों का शोषण करती थीं, दंगाइयों को प्रोत्साहित करते थीं, आतंकी घटनाओं को प्रेरित करते थीं, आतंवादियों के मुकदमें वापस लेते थीं.
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सीएम योगी ने कहा कि एक सप्ताह पहले आपने नोटों के गड्डियों के पहाड़ जेसीबी से निकालते हुए देखा होगा. कैसे समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं के घरों से नोट की गड्डियां निकल रही हैं. 2017 से पहले क्या स्थितियां थी?