मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जातीय जनगणना का मामला बार- बार उछालने के लिये विपक्ष पर हमला बोला है. उनका कहना है कि सरकार विकास पर ध्यान न दे पाये इसके लिये नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव बार- बार जातीय जनगणना की बात कह रहे हैं. मुख्यमंत्री बुधवार को विधान सभा में बजट पर चर्चा के बाद सदन को संबोधित कर रहे थे. सीएम योगी ने सदन में राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की चर्चित पुस्तक रश्मिरथी के प्रथम सर्ग के भाग तीन की पंक्ति ‘जाति-जाति रटते, जिनकी पूंजी केवल पाषंड, मैं क्या जानूँ जाति ? जाति हैं ये मेरे भुजदंड, शरमाते हैं नहीं जगत में जाति पूछनेवाले ” के जरिये यह बता दिया कि इस मुद्दे पर वह दबाव में नहीं आने वाले हैं. गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने भी मंगलवार को रश्मिरथी की पंक्तियों के जरिये ही सरकार पर जातीय जनगणना कराने की मांग की थी.
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर सीधा हमला किया. पूछा 2016 में अनुसूचित जाति जनजाति के 21 लाख 629 बच्चों की स्कॉलरशिप रोक दी थी. अखिलेश सरकार ने ऐसा क्यों किया जबकि पैसा केंद्र सरकार देती थी. वहीं हमारी सरकार बनी तो हमने रुकी हुई छात्रवृत्ति के अलावा चालू वित्तीय वर्ष की भी स्कॉलरशिप दी थी. कोरोना काल में टीका, राशन आदि विभिन्न योजनाओं का लाभ सभी को मिल रहा है. हम जाति पूछकर लाभ नहीं दे रहे. सीएम ने अपने सुर को जोर देते हुए कहा कि जब कुछ नहीं चलता है तो जाति- जाति करने लगते है. विपक्ष के नेता कोई मुद्दा नहीं मिलता है तो जाति के मुददे को उठा लेते है. निवेश, विकास के मुददों से ध्यान भटकाने का काम कर रहे हैं.
बुधवार को विधान सभा में बजट पर चर्चा के दौरान सदन को संबोधित कर रहे हैं.नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव की सदन में गैर मौजूदगी को लेकर किया कटाक्ष किया. हर समस्या के दो समाधान होते हैं. भाग लो या भाग लो. एक होते हैं जो समस्या से भाग लेते हैं.दूसरे समस्या में भाग लेते हैं. हमने छह साल में समस्या को चुनौती के रूप में लिया. दूसरे कुछ लोग जिम्मेदारी से भागते हैं. जैसे नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी अभी खाली है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने छह साल में सफलता से कार्य किया है.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को जनता के अनकूल बजट पेश करने के लिये बधाई दी. कहा कि उनसे पहले तीन लाख 40 करोड़ का था बजट था. वर्तमान में बजट का आकार दोगुने से भी अधिक छह लाख 90 हजार करोड़ के पार पहुंच गया है. बजट साबित करता है कि यूपी की जीडीपी में दोगुनी प्रगति हो रही है. प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है. आंकड़े पेश करते हुए सपा सरकार के बजट की खामियों को गिनाते हुए कहा कि बजट का उपभोग बहुत ही कम था. हमारी सरकार बजट पेश करने से पहले पूर्व बजट का उपयेाग अधिकतम कर रही है. खिलाड़ियों की अनदेखी के लिये भी अखिलेश सरकार पर तंज कसा.