Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में अहम निर्णय करते हुए सभी पुलिस कमिश्नर, पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए हैं कि हर जिला, कमिश्नरेट में महिला थाना प्रभारी के अतिरिक्त एक अन्य थाने का प्रभार भी महिला पुलिस अधिकारी को दिया जाए. उन्होंने कहा कि इन महिला थानेदारों को योग्य और कर्मठ पुलिस कार्मिकों की टीम दी जानी चाहिए. उन्होंने इस आदेश का तत्काल पालन कराने को कहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का हर थाना, सर्किल, जिला, रेंज और जोन सरकार के सीधी निगरानी में है. कहीं पर लापवाही मिली तो संबंधित पुलिस कर्मी का पद भी जाएगा और सेवा भी समाप्त होगी.
इस दौरान प्रदेश के कई जिलों में हाल में हुई आपराधिक घटनाओं से नाराज मुख्यमंत्री ने कड़े तेवर दिखाते हुए 12 से अधिक जिलों के पुलिस के कप्तान, वाराणसी और प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर को जमकर फटकार लगाई. उनसे घटनाओं के संबंध में की गई कार्रवाई की धीमी प्रगति पर जवाब भी मांगा. मुख्यमंत्री ने अंबेडकर नगर, हाथरस, चंदौली, ललितपुर, कासगंज, बलरामपुर, महोबा, महराजगंज, अयोध्या, चित्रकूट, झांसी, सुल्तानपुर जिलों के पुलिस कप्तानों की कार्यप्रणाली पर असंतोष जताया और आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने पुलिस कप्तानों और पुलिस कमिश्नरों को दागी छवि वाले पुलिस कर्मियों को थाने व सर्किल का प्रभार न देने का भी निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने पहली बार थानेदारों से संवाद किया. उन्होंने कुछ जिलों में हुई आपराधिक घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए थानेदारों को सख्त निर्देश दिया है कि माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने में कोताही नहीं बरती जाए. इस दौरान प्रदेश के सभी जोन के एडीजी, आईजी, डीआईजी, पुलिस कप्तान और पुलिस कमिश्नरों के अलावा 2700 थानों के प्रभारियों के अलावा सभी सीओ, एएसपी शामिल थे.
Also Read: विश्व पर्यटन दिवस 2023: अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद इन जगहों पर जाना नहीं भूले, यादगार रहेगी यात्रा
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के थाना प्रभारियों, सीओ और एएसपी से संवाद करते हुए घटनाओं पर अंकुश को लेकर हो रहे प्रयासों की जमीनी हकीकत भी परखी. मुख्यमंत्री ने पुलिस कर्मियों को जनता के हित को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए क्षेत्रों में लगातार गश्त करने को कहा है. उन्होंने आपराधिक घटनाओं की स्थिति और आईजीआरएस में प्रदर्शन के आधार पर भी थानों, सर्किल और पुलिस कप्तान और पुलिस कमिश्नरों के कार्यप्रणाली की समीक्षा की. ट्रेनों में हो रहे अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए उन्होंने जीआरपी में दक्ष पुलिस कर्मियों को तैनात करने के भी निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी घटना छोटी नहीं होती, सबसे कुछ न कुछ सीख मिलती है. हर घटना की गम्भीरता को समझें और वरिष्ठ अधिकारी स्वयं मौके पर पहुंचे. थानेदार हर फरियादी को सम्मान दें. उनकी पीड़ा सुनें और समाधान प्रदान करें. सीएम ने थानेदारों से महिला बीट की सिपाही और ग्राम चौकीदारों से हर सप्ताह में संवाद करने, बाइक स्टंटबाजों, शोहदों और जातिसूचक शब्द लिखी गाड़ियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. उन्होंने निवेशकों व पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा का भी पूरा ख्लाय रखने को कहा है.
मुख्यमंत्री ने सरकार की ओर घोषित सभी 17 नगर निगम वाले शहरों और गौतमबुद्ध नगर को सेफ सिटी बनाने की कार्यवाही को 14 अक्तूबर तक पूरा करने का टास्क दिया है. उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्र से प्रदेश में मिशन शक्ति का अगला चरण प्रारंभ होगा. इसलिए सेफ सिटी की कार्यवाही को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मोटो जीपी और यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के व्यवस्थित आयोजन के लिए गौतमबुद्धनगर पुलिस की सराहना भी किया. साथ ही उन्होंने सभी जिला के पुलिस अधिकारियों को इससे प्रेरणा लेने के लिए कहा.
अच्छा प्रदर्शन करने वाले 10 सर्कल
दातागंज (बदायूं), सिरसागंज (फिरोजाबाद), छर्रा (अलीगढ़), अयोध्या नगर, डेरापुर (कानपुर देहात), सीसामऊ (कानपुर शहर), नौगढ़ (सिद्धार्थनगर), सदर फिरोजाबाद, अनवरगंज (कानपुर)
खराब प्रदर्शन वाले 10 सर्किल
कोतवाली कानपुर शहर, बरहज देवरिया, मिल्कीपुर अयोध्या, सैदपुर गाजीपुर,राजापुर चित्रकूट, खेकड़ा बागपत, कैसरबाग लखनऊ, फतेहाबाद आगरा,सलेमपुर देवरिया.