लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को स्कूलों के आधुनिकीकरण के लिये पीएम श्री योजना के तहत 404 करोड़ रुपये जारी किए. उन्होंने इस मौके पर स्कूलों के आधुनिकीकरण कार्यों का शुभारंभ भी किया. लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने समूह ख के नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र भी दिए. साथ ही ‘प्रोजेक्ट अलंकार’ के तहत माध्यमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के संतृप्तीकरण के लिए 347 करोड़ की धनराशि अंतरण के दौरान कही.
सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि जिस समय पूरी दुनिया कोरोना से ग्रस्त थी, उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की 140 करोड़ की आबादी को बचाने के साथ नये भारत के रूप में नई शिक्षा नीति की आधारशिला रखी थी. पीएम श्री स्कूल योजना इसी श्रृंखला का हिस्सा है. इसी योजना के पहले चरण में 404 करोड़ की धनराशि से प्रदेश के 928 विद्यालयों का आधुनिकीकरण किया जाएगा. इसमें 1 से 12वीं क्लास को अपग्रेड किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि यूपी में वर्ष 2017 से पहले गरीब का बच्चा ऐसे विद्यालयों में पढ़ने को मजबूर था, जहां सुविधा, शिक्षक और कनेक्टिविटी नहीं थी. ये स्कूल बंद होने की कगार पर थे. हमने सत्ता में आने के बाद ऑपरेशन कायाकल्प के जरिये बेसिक विद्यालयों को अपग्रेड करना शुरू किया. अब बेसिक के 96 प्रतिशत विद्यालयों को ऑपरेशन कायाकल्प में अपग्रेड किया जा चुका है. इन विद्यालयों में एक्स्ट्रा क्लास, टॉयलेट, लैब और स्मार्ट क्लास का निर्माण किया गया है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और सीएम योगी ने इस मौके पर समूह ख के नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिए. सीएम योगी ने लोकभवन में बच्चों की प्रदर्शनी को देखा. स्कूलों को टेक्नोलॉजी से जोड़ने के लिए कई प्रधानाचार्यों को टैबलेट सौंपे. स्मार्ट क्लासेज के संचालन पर विभिन्न शिक्षकों को प्रमाण पत्र सौंपे.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में कहा कि ड्रॉपआउट रोकने के लिए स्कूल चलो अभियान की शुरुआत की गई. इससे हर शिक्षक, अधिकारी और जन प्रतिनिधियों को जोड़ा गया है. इसी का परिणाम है कि स्कूलों में 40 लाख बच्चे बढ़े हैं. अभियान के दौरान पाया कि बच्चे नंगे पैर और ठंड में शर्ट में आ रहे हैं. इस पर सरकार ने डीबीटी के माध्यम से बच्चों के बैग, किताब, स्वेटर और जूते के लिए धनराशि अप्रैल में ट्रांसफर की जा रही है. स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए 1.25 लाख शिक्षकों की भर्ती की.
उन्होंने कहा कि बच्चों को टेक्नोलॉजी से जोड़ने के लिए बेसिक शिक्षा में पीएम श्री स्कूल योजना एक अभिनव प्रयोग है. इसी तरह का प्रयोग यूपी में किया गया है, जो अटल आवासीय विद्यालय से जाना जाता है. इसी तर्ज पर प्रदेश में 57 जनपदों में इंटीग्रेटेड स्कूल का निर्माण हो रहा है. कोरोना काल के बाद अभ्युदय कोचिंग शुरू की गई. यह कोचिंग हर जिले में वर्चुअली और फिजिकली चल रही है. यहां बच्चे नीट, आईआईटी, यूपीएससी आदि की तैयारी कर रहे हैं. कोचिंग में रोजाना एक घंटा आईपीएस, पीसीएस सहित कई अन्य अधिकारी क्लासेज ले रहे हैं. इसी का नतीजा है कि प्रदेश के बच्चे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के जरिये नौकरियों में चयनित हो रहे हैं.
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