लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को राज्य के लोगों को आयुर्वेद के जरिये चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए आयुष टेलीमेडिसिन सेवा का शुरुआत की. इसके जरिये लोगों को घर बैठे आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में पारंगत विशेषज्ञों से परामर्श मिल सकेगा.
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह आश्चर्यचकित करनेवाला है कि कुछ दिन पहले कुछ डॉक्टरों ने आधुनिक चिकित्सा सर्जरी सीखने के लिए आयुर्वेद के स्नातकोत्तर को सक्षम करने के कदम का विरोध किया था. मुझे उनकी बुद्धि पर दया आती है. आयुर्वेद ने सर्जरी का तरीका बताया और यह पहला सर्जन भी है.
It surprises me that a few days back few doctors protested the move to enable Ayurveda postgraduates to learn modern medicine surgery. I pity their intellect. Ayurveda has given the method of surgery and also the first surgeon ever: UP Chief Minister Yogi Adityanth pic.twitter.com/gZSXDdMzY4
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 4, 2021
उन्होंने कहा कि ‘आयुष मिशन’ भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने का सबसे अच्छा माध्यम है. वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरी दुनिया को भारत की परंपरागत चिकित्सा विद्या के बारे में सोचने को मजबूर किया है.
राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर 142 योग वेलनेस सेंटर्स और ‘आयुष टेलीमेडिसिन योजना’ की शुरुआत की गयी. साथ ही आयुष विभाग के नवचयनित 1065 आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जन स्वास्थ्य में सुधार एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उद्देश्य से योग को जनसमान्य तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने 142 योग वेलनेस सेंटर्स का उद्घाटन करते हुए प्रदेश की जनता को समर्पित किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन सेंटर्स पर तैनात होनेवाले सभी नवचयनित चिकित्सक ‘आयुष’ को मिशन की तरह स्वीकार करें तथा पूरी ईमानदारी से कार्य करें. उनके कार्यों की समय-समय पर समीक्षा होगी.