Basti : आर्य समाज ने सबसे पहले घर वापसी से दिया था धर्मांतरण का जवाब, स्वर्ण जयंती समारोह में बोले सीएम योगी
बस्ती के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को आर्य समाज की स्थापना के स्वर्ण जयंती समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आर्य समाज ने जो किया है इस देश के लिए उसे भुलाया नहीं जा सकता है. सीएम ने एकजुटता और समाज सेवा के लिए सभी को प्रेरित किया.
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में जब बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया जा रहा था, तो उस समय सबसे पहले आर्य समाज ने घर वापसी कराकर उसका जवाब दिया था. वहीं अंग्रेजों ने जब भारतीयों पर तुष्टीकरण की नीति को थोपा तब आर्य समाज ने देश में वैदिक आंदोलन की शुरुआत की. आर्य समाज भारत का जीवंत आंदोलन रहा है. एक समय था बस्ती से लेकर कराची तक आर्य समाज का बोलबाला था. सीएम योगी बुधवार को होटल बालाजी में आर्य समाज बस्ती द्वारा आयोजित आर्य समाज के स्वर्ण जयंती महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. आर्य समाज के स्थापना के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आर्य समाज की आजादी में भूमिका सराहनीय रही है. आर्यसमाज बिना स्वार्थ के समाज सेवा कर रहा है. स्वदेशी आंदोलन चलाया. बस्ती दौरे पर गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बस्ती के नई बाजार स्थित आर्य समाज मंदिर में आयोजित समारोह को संबोधित किया. काकोरी कांड के नायक को कौन भूल सकता है. अंग्रेजों के खिलाफ समाज एक हुआ था. सीएम ने आर्यसमाज के कार्यों का बखान करने के साथ ही एकजुटता और समाज सेवा के लिए सभी को प्रेरित किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आर्य समाज के जीवन मू्ल्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब वो आर्य समाज की बात करते हैं तो देश की आजादी के समय में हुए इनके कार्यों की याद आने लगती है. सीएम ने आर्य समाज के संस्थापक महार्षि दयानंद सरस्वती को याद किया. कहा कि महार्षि दयानंद सरस्वती द्वारा स्थापित आर्य समाज ने हमेशा से भारत के वैदिक धर्म की बात की है. मुगल कालखंड और अंग्रेजी काल खंड के समय में आर्य समाज ने तमाम दिक्कतों के बाद भी हमेशा से हिंदू धर्म की भलाई के लिए काम किया है. शिक्षा के क्षेत्र में भी महार्षि दयानद सरस्वती ने बहुत काम किया. उन्होंने अपने काल खंड में कई डीएवी कालेज बनवाए थे. सनातन धर्म में व्यापत धुआधूत और अन्य विसंगतियों के लिएआर्य समाज हमेशा से ही काम करता रहा है.
स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल आर्य समाज की देन
सीएम आगे कहते हैं महार्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती पर पूरा भारतवर्ष उनको याद कर रहा है. आर्य समाज ने ही पहली बार आजादी के बाद और पहले स्वदेशी का अभियान चलाया था. महान स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल भी आर्य समाज की देन थे. उनके काकोरी कांड को भला कौन भूल सकता है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आर्य समाज अपने संस्थापक की 200वीं जयंती मना रहा है. आर्य समाज बिना भेदभाव के समाज में काम करता है.
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सीएम योगी ने कहा कि स्वदेशी और अछूतोद्धार के कार्यक्रम को आर्य समाज ने आगे बढ़ाया. आर्य समाज के आंदोलनों ने अनेक क्रांतिकारी दिए. काकोरी एक्शन के महानायक पंडित रामप्रसाद बिस्मिल आर्य समाज की ही देन थे, जो एक प्रचारक के रूप में सांझापुर में कार्य करते थे. उस समय का हर क्रांतिकारी आर्य समाज के साथ जुड़कर गौरवान्वित महसूस करता था. सीएम योगी ने कहा कि शिक्षा को संस्कारों और आधुनिकता के साथ जोड़ने का कार्य आर्य समाज के संस्थापक महर्षी दयानंद सरस्वती ने किया था. उन्होंने कहा कि डीएवी को एक समय देश की सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में से एक माना जाता था, जहां पर वैदिक प्रार्थना और हवन यज्ञ के साथ दिन की शुरुआत होती थी. सीएम योगी ने कहा कि युग प्रणेता महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के साथ पूरा भारत जुड़ रहा है और उन्हें नमन कर रहा है.
लाखों आर्य वीरों को जागृत करने का कार्य किया
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ दिन पूर्व देश की राजधानी दिल्ली से महर्षि दयानंद सरस्वती जी के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम का शुभारंभ किया था. उन्होंने आर्य समाज के उस कार्यक्रम के माध्यम से देश और दुनिया में फैले लाखों आर्य वीरों को जागृत करने का कार्य किया था. उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से आर्य समाज की स्थापना का 150वां वर्ष प्रारंभ होने जा रहा है, जो देश और हमारे समाज के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस दौरान हमें अपने युवाओं के प्रेरित करना है कि वह आर्य समाज के कार्यों पर शोध करें। इससे हमारी वर्तमान पीढ़ी आर्य समाज के योगदान के बारे में जान पाएगी.
दयानंद सरस्वती की जयंती पर बस्ती गर्व : योगी
देश की समस्त समस्याओं पर आर्य समाज हमेशा से ही काम करता रहा है. महार्षि दयानंद सरस्वती ने ही भारत में घर वापसी का सबसे पहले काम किया था. आर्य समाज बस्ती के इस कार्यक्रम का वो तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं. आधुनिक शिक्षा का भी काम महार्षि दयानंद सरस्वती ने किया था. सीएम ने कहा कि 1995 में पहली बार वो आर्य समाज के एक कार्यक्रम में आए थे, तब भी उन्हें बहुत सम्मान दिया गया था.200 वर्षों की महार्षि दयानंद सरस्वती की जयंती पर बस्ती आकर वो गर्व की अनुभूति कर रहे हैं. कार्यक्रम में एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, विधान परिषद सदस्य सुभाष यदुवंश, जिला आर्य उप प्रतिनिधि सभा बस्ती के प्रधान ओम प्रकाश आर्य, महामंत्री दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा विनय आर्य समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे.