UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में चुनाव है और सियासत जवां है. तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है. जुबानी हमले जारी हैं. खास बात यह है सीएम योगी आदित्यनाथ चुनावी मंच पर आते हैं तो विपक्षियों को एक-एक करके बयानों से पछाड़ना शुरू कर देते हैं. शनिवार को सीएम योगी ने गोंडा में 450 करोड़ रुपए से बनने वाले एथेनॉल प्लांट का शिलान्यास किया. कई योजनाओं के लाभार्थियों को चेक और स्वीकृति पत्र दिए. संबोधन में सीएम योगी ने कई बातों का जिक्र किया. सीएम योगी ने श्रीराम मंदिर, जिन्ना, आतंकवाद, केंद्र और राज्य के कोरोना मैनेजमेंट से जुड़ी ढेर सारी बातें की.
वो जातिवाद, क्षेत्रवाद, बेईमानी और भ्रष्टाचार फैलाते थे. दंगे करवाते थे. इनके दोहरे चरित्र में आप लोग कभी मत आना. इनके बहकावे में कभी मत आना. इनके बयानों से तो कभी गिरगिट भी शरमा जाएगा.
योगी आदित्यनाथ, सीएम, उत्तर प्रदेश
गोंडा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिक्र किया- यहां एशिया का सबसे बड़ा एथेनॉल प्लांट बनाया जा रहा है. यहां से 15 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी होगा. सीएम योगी ने 2017 के पहले गन्ना किसानों की स्थिति पर भी चर्चा की. उन्होंने बताया कि किसान आत्महत्या कर रहा था. किसान मेहनत से अनाज उत्पन्न करता था. उसे खरीदार नहीं मिलता था. 2017 के बाद किसानों की स्थिति बदल गई है.
आज हमारी सरकार में किसान खुशहाल हैं. राज्य सरकार ने कोरोना का मैनेजमेंट सही से किया. रूस और चीन में कोरोना की वजह से हालत खराब थे. उत्तर प्रदेश में लोग हर्षोल्लास से त्योहार मना रहे हैं. विजयादशमी से लेकर दीपावली तक लोग मना रहे हैं.
योगी आदित्यनाथ, सीएम, उत्तर प्रदेश
सीएम योगी ने भाषण में कहा- याद करिए, जिन आतंकवादियों ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मभूमि पर हमला किया, उन आतंकवादियों के मुकदमे बड़े बेशर्मी के साथ वापस लेने का कार्य पिछली सरकार ने किया. ये जो दंगाई हैं, जिन्ना के अनुयायी हैं. ये गन्ने की मिठास को क्या समझ पाएंगे. उन लोगों को जिन्ना पर विश्वास है, वो लोग दंगे करवाते थे. किसानों को तबाह करते थे. आस्था पर प्रहार करते थे.
संबोधन में सीएम योगी ने राम मंदिर का जिक्र करके विपक्षियों पर तंज कसे. उन्होंने कहा- जो आस्था का सम्मान करना जानते हैं. वो लोग अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर का निर्माण करा रहे हैं. अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर बनाने के लिए किसने रोका था. कांग्रेस को किसने रोका, बुआ और बबुआ को किसने रोका. इनको तो पूरा मौका मिला था. उनकी सरकार में भाई-भतीजे के लिए काम होता था, उनकी सरकार में अपना-पराया था. हमने ‘सबका साथ, सबका विश्वास’ पर काम किया.