UP Election 2022: सीएम योगी के दावे कागजी, जमीनी सच से कोई लेना देना नहीं- पीएल पुनिया

UP Election 2022: पीएल पुनिया ने कहा कि नीति आयोग के हेल्थ इंडेक्स में उत्तर प्रदेश ने नीचे टॉप किया है. यूपी के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है, दवाइयां तक उपलब्ध नहीं हैं. वहीं ढांचागत सुविधाओं के मामले में अस्पताल गर्त में पहुंच चुके हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 6, 2022 8:02 PM

UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार कमेटी के चेयरमैन पीएल पुनिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जनता के हितों की बात करने के बजाय सीएम योगी दमदार-दुमदार, गर्मी और 90-10 की बातें करते हैं. बीजेपी झूठे प्रचार का सहारा लेकर यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ रही है.

योगी राज की नीतियों से यूपी की जनता त्रस्त है- पीएल पुनिया 

पीएल पुनिया ने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महिलाओं, बेरोजगार नौजवानों और किसानों के हित की बात कर रही है, जबकि अन्य दल विकास के मुद्दे, जनता के मुद्दे, किसान, महिलाओं, बेरोजगार नौजवानों की बात करने के बजाय गर्मी, चर्बी, 80/20 की बात कर रहे हैं. योगीराज की नीतियों से उत्तर प्रदेश की जनता त्रस्त है और अब वह बीजेपी सरकार को सबक सिखाएगी.

पांच साल पहले बीजेपी कहती थी कि सरकार बनते ही आलू-प्याज और लहसुन की खरीद भी एमएसपी पर होगी, लेकिन यह वादा हवा-हवाई ही रहा. मुख्यमंत्री का दावा था कि बेरोजगारी दर कम करेंगे, लेकिन सच यह है कि योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ी है. सरकारी भर्तियों को लटकाया जा रहा है, परीक्षाएं रद्द हो रही हैं. प्रदेश का युवा इस सरकार की नीतियों से निराश है.

पीएल पुनिया, चेयरमैन, यूपी कांग्रेस चुनाव प्रचार कमेटी

यूपी में एक साल में 5,714 दंगे- पीएल पुनिया

पीएल पुनिया ने कहा कि योगी आदित्यनाथ दावा करते हैं कि प्रदेश के अंदर 2017 से अब तक कोई भी दंगा और आतंकी घटना नहीं हुई है, लेकिन नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि साल 2019 के डेटा के मुताबिक, यूपी में एक साल में 5,714 दंगों के मामले सामने आए. साल 2018 में यूपी में दंगे के 8,908 मामले जबकि साल 2017 में दंगों के 8,990 मामले सामने आए हैं.

योगी सरकार के दावे महज किताबी- पीएल पुनिया

  • ग्रामीण विकास का योगी सरकार दावा तो करती है, लेकिन उसके दावे महज किताबी हैं, धरातल से उसका कोई लेना देना नहीं है.

  • सामुदायिक शौचालय के नाम पर भी सरकार झूठ बोल रही है, आधे-अधूरे कामों के साथ योगी आदित्यनाथ अपनी पीठ थपथपाते हैं.

  • जनता इनकी नीतियों से त्रस्त है.

  • महिलाओं को उज्ज्वला के कनेक्शन देने के नाम पर आंकड़ेबाजी की गई है.

  • महंगाई की मार से त्रस्त लोगों के पास सिलिंडर भरवाने तक के पैसे नहीं हैं.

  • उत्तर प्रदेश के स्कूल, अस्पतालों का बुरा हाल है, लेकिन सरकार झूठे दावों के साथ अपनी वाहवाही कर रही है.

स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन निराशाजनक है. महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा, दलित उत्पीड़न, मानवाधिकार हनन, हत्या के मामलों में नंबर-1 स्थान प्राप्त करने वाला उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं के मोर्चे पर फिसड्डी साबित हुआ है.

पीएल पुनिया, चेयरमैन, यूपी कांग्रेस चुनाव प्रचार कमेटी

नीति आयोग के हेल्थ इंडेक्स में यूपी ने नीचे टॉप किया- पीएल पुनिया

उत्तर प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार कमेटी के चेयरमैन पीएल पुनिया ने कहा कि नीति आयोग के हेल्थ इंडेक्स में उत्तर प्रदेश ने नीचे टॉप किया है. यूपी के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है, दवाइयां तक उपलब्ध नहीं हैं. वहीं ढांचागत सुविधाओं के मामले में अस्पताल गर्त में पहुंच चुके हैं. अस्पतालों को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज का आंकड़ा तो बढ़ाया गया, लेकिन सुविधाओं को बढ़ाने पर ध्यान नहीं दिया. झूठे आंकड़ों ने उत्तर प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है.

Posted By: Achyut Kumar

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