कांग्रेस नेता ने उठाई अतीक अहमद को ‘भारत रत्न’ देने की मांग, तिंरगा लेकर पहुंचा कब्रिस्तान, फिर पार्टी ने…
कांग्रेस उम्मीदवार ने अतीक अहमद को भारत रत्न दिए जाने की मांग की. इसके बाद उन्होंने तिंरगा लेकर कब्रिस्तान पहुंच गये. कांग्रेस नेता ने कहा कि अतीक अहमद ने शहादत पाई है. उनके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए था.
लखनऊ. माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की चर्चा पूरे देश में हो रही है. घटना के बाद से ही हर कोई अपनी प्रतिक्रिया देता नजर आ रहा है. आब माफिया अतीक अहमद से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें वह माफिया अतीक अहमद को ‘भारत रत्न’ देने की मांग करते दिखाई दे रहा हैं. इतना ही नहीं अतीक अहमद को शहीद भी बताया है. इस बयान से उन्होंने सिर्फ अपनी मुश्किलों को ही नहीं बढ़ाया बल्कि पार्टी की भी किरकिरी करा दी. कांग्रेस नेता का नाम राजकुमार उर्फ रज्जू भैया बताया जा रहा है.
पार्टी ने दिखा दिया बाहर का रास्तावीडियो के अनुसार कांग्रेस उम्मीदवार ने अतीक अहमद को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि अतीक अहमद ने शहादत पाई है. उनके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने अतीक अहमद की हत्या कराई है. सीएम योगी को इस वजह से अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. कांग्रेस नेता ने सवाल उठाए कि अगर मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण मिल सकता है तो फिर अतीक अहमद को भारत रत्न क्यों नहीं मिलना चाहिए. कांग्रेस ने राजकुमार उर्फ रज्जू भैया को पार्षद का टिकट दिया था. हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
अतीक को भारत रत्न देने की मांग करने वाले नेताजी अब, 'तिंरगा लेकर पहुंच गए कब्रिस्तान' pic.twitter.com/80HGWsvsFs
— Mohammad Aqib Khan / عاقب / आक़िब (@aqibjournalist) April 19, 2023
कांग्रेस ने प्रयागराज से नगर निगम के वार्ड नंबर 43 साउथ मलाका से राजकुमार सिंह उर्फ रज्जू भैया को उम्मीदवार बनाया था. अब पार्टी ने उन्हें छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है. इसके साथ ही उम्मीदवारी वापस ले ली है. शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमन के अनुसार रज्जू द्वारा माफिया अतीक से संबंधित बयान से रोके जाने एवं मना करने पर यह कार्रवाई की गई. कांग्रेस नेता के इस बयान से पार्टी ने किनारा करते हुए बताया कि रज्जू का बयान उनका निजी है, इससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं है. पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए रज्जू की पार्षद उम्मीदवारी वापस ले ली है.