कांग्रेस की यूपी जोड़ो यात्रा आज से, लोकसभा चुनाव 2024 में वापसी के लिए धार्मिक-जातीय समीकरण साधने की कोशिश
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के मुताबिक यूपी जोड़ो यात्रा का मकसद जनता के बीच भाजपा की गलत नीतियों के बारे में जागरूकता लाना है. उन्हें बताया जाएगा कि किस तरह से भाजपा सरकार विभिन्न संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर रही है. उन्होंने कहा कि इस यात्रा में हर जनपद के लोग हिस्सा लेंगे.
Congress UP Jodo Yatra: देश में बीते दिनों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मिली हार को भुलाकर कांग्रेस (Congress) अब लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुट गई है. 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में कुछ बेहतर होने की आस में पार्टी बुधवार से यूपी जोड़ो यात्रा का आगाज करने जा रही है. पार्टी नेताओं का दावा है कि इस यात्रा के जरिए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर दमदार प्रदर्शन करेगी, जिसके जरिए इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस (I-N-D-I-A) केंद्र में सरकार बनने में सफल होगा. इस यात्रा के जरिए कांग्रेस यूपी में अपने पुराने मतदाताओं को फिर से जोड़ने की कोशिश करेगी, वह मतदाता जो चुनाव दर चुनाव उससे दूर होते चले गए और विभिन्न दलों को अब अपने वोट दे रहे हैं. कांग्रेस यूपी जोड़ो यात्रा के जरिए वोटबैंक की सियासत को धार देती नजर आएगी. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय कार्यभार संभालने के बाद अब तक का सबसे बड़ा कार्यक्रम करने जा रहे हैं. यूपी जोड़ो यात्रा की सफलता और असफलता दोनों ही उनके कार्यकाल के लिहाज से अहम मानी जाएगी. अजय राय ने पूरी कोशिश की है कि इस यात्रा के जरिए धार्मिक और जातिगत समीकरणों को साधा जा सके, जिससे लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी को मदद मिले.
पश्चिमी यूपी से यात्रा शुरू करने का मकसद
कांग्रेस यूपी जोड़ो यात्रा की शुरुआत पश्चिमी यूपी के सहारनपुर जनपद से शुरू करने के पीछे भी धार्मिक और जातीय समीकरण अहम वजह माने जा रहे हैं. इन जनपदों में जहां कांग्रेस के कई कद्दावर नेता हैं तो दूसरी तरफ प्रसिद्ध शाकुंभरी देवी हैं. यहां से यात्रा इसी जिले के गंगोह में रात्रि विश्राम करेगी. गंगोह में सौहार्द व प्रेम का संदेश देने वाले बाबा हरिदास व हजरत कुतबे आलम का पवित्र स्थल है. यात्रा के दौरान चौधरी चरण सिंह चौक, अंबेडकर पार्क, गांधी चौक, पटेल पार्क सहित विभिन्न महापुरुषों के नाम से बने स्थलों पर नुक्कड़ सभा करने की योजना के पीछे भी सियासी वजह हैं. अहम बात यह है कि इन स्थलों पर मंच संचालन और अध्यक्षता संबंधित बिरादरी के वरिष्ठ लोगों को सौंपी गई है, जिससे स्थानीय स्तर पर सशक्त संदेश जाए कि कांग्रेस हर तबके को साथ लेकर चलती है.
Also Read: अखिलेश यादव बोले- आजम खां पर पूरे देश में सबसे ज्यादा झूठे मुकदमे दर्ज, सपा को कमजोर दिखाने की हो रही साजिश
161 स्थानों पर आयोजित की जाएंगी नुक्कड़ सभाएं
कांग्रेस की यूपी जोड़ो यात्रा बुधवार को सहारनपुर से शुरू होने जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मां शाकुंभरी के दर्शन कर यात्रा की शुरुआत करेंगे. उनके साथ प्रदेशभर के सैकड़ों नेता लगातार बने रहेंगे. इसके अलावा संबंधित जनपदों के लोग भी जुड़ते जाएंगे. लगभग 18 दिन चलने वाली इस यात्रा में 161 स्थानों पर नुक्कड़ सभाएं आयोजित की जाएंगी. इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. पार्टी के वरिष्ठ नेता पहले ही यात्रा को लेकर अलग अलग स्थानों पर डेरा डाल चुके हैं. प्रदेश अध्यक्ष के साथ चलने वाले 307 लोगों में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य, विभिन्न जिलों के जिलाध्यक्ष, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक आदि शामिल हैं. इसके लिए बाकायदा संबंधित लोगों ने प्रदेश कार्यालय में नामांकन कराया गया है.
लखनऊ में निर्धारित समय से देर से पहुंच सकती है यात्रा
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक भाजपा सरकार की नीतियों के विरोध में कांग्रेस की यूपी जोड़ो यात्रा बेहद अहम साबित होगी. इसके जरिए पार्टी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में सफल होगी. सहारनपुर से शुरू होने वाली यह यात्रा विभिन्न जिलों से होते हुए 18 दिन बाद लखनऊ पहुंचेगी. कांग्रेस के महासचिव (संगठन) अनिल यादव ने बताया कि हर जनपद में ज्यादा से ज्यादा दिन यात्रा को भ्रमण कराने की मांग आ रही है. ऐसे में रामपुर, मुरादाबाद, लखीमपुर और सीतापुर में कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाई जा सकती है. संभावना है कि यह यात्रा लखनऊ में निर्धारित समय से एक से दो दिन देर से भी पहुंच सकती है. कांग्रेस के स्थापना दिवस 28 दिसंबर को यात्रा स्थगित रहेगी. यूपी जोड़ो यात्रा को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर आम जनता में अलग माहौल देखने को मिल रहा है.
भाजपा की नीतियों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के मुताबिक यूपी जोड़ो यात्रा का मकसद जनता के बीच भाजपा की गलत नीतियों के बारे में जागरूकता लाना है. उन्हें बताया जाएगा कि किस तरह से भाजपा सरकार विभिन्न संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर रही है. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से चलने वाली इस यात्रा में हर जनपद के लोग हिस्सा लेंगे. कई स्थानों पर प्रशासन की ओर से यात्रा को अनुमति देने में आनाकानी की जा रही है. लेकिन, कांग्रेस के लोग पीछे नहीं हटेंगे, यात्रा तयशुदा रूट पर निकलेगी. पार्टी कार्यकर्ता बेहद उत्साहित हैं.
इन जनपदों से होकर गुजरेगी यूपी जोड़ो यात्रा
-
20 दिसंबर को सहारनपुर में शाकुभरी देवी के दर्शन से यात्रा शुरू होकर कुरेशान चौक पहुंचेगी. यहां से चलकर सहारनपुर बस स्टैंड होते हुए सभास्थल पर पहुंची और वहीं विश्राम करेगी.
-
21 दिसंबर को सहारनपुर के असगरया मदरसा से यात्रा शुरू होकर 17 स्थानों पर सभा करते हुए गोपाली में रात्रि विश्राम करेगी.
-
22 दिसंबर को मुजफ्फरपुर के पुरकाजी से शुरू होकर बसेड़ा में रात्रि विश्राम.
-
23 दिसंबर को बिजनौर के आरके फार्म से बिलाई शुगर मिल पर रात्रि विश्राम.
-
24 दिसंबर को बिजनौर के नगीना से धामपुर में रात्रि विश्राम.
-
25 दिसंबर को अमरोहा के नौगवां रोड से पंचायती कला होते हुए मुरादाबाद के तुगलकाबाद होते हुए कुंदरकी में रात्रि विश्राम.
-
27 दिसंबर को रामपुर में चार स्थानों पर जनसभा के बाद यात्रा स्थगति रहेगी। 28 को पार्टी का स्थापना दिवस मनाया जाएगा.
-
29 दिसंबर को रामपुर के गांधी समाधि स्थल से अंबेडकर पार्क में रात्रि विश्राम.
-
30 दिसंबर को रामपुर के शाहाबााद से सुहावा होते हुए बरेली की सीमा में प्रवेश करेगी. यहां से शिवपुरी होते हुए गुरुग्रावा में रात्रि विश्राम.
-
31 दिसंबर को बरेली के करगैना करेली से सेटेलाइट बस स्टैंड होते हुए खिरिया निजावत खाम में रात्रि विश्राम.
-
1 जनवरी 2024 को शाहजहांपुर के कटरा से कपसेडा में रात्रि विश्राम.
-
2 जनवरी 2024 को शाहजहांपुर होते हुए लखीमपुर में प्रवेश करेगी.
-
3 जनवरी 2024 को लखीमपुर के बरगदिया होते हुए गोला में रात्रि विश्राम. 4 जनवरी 2024 लालपुर से होते हुए खीरी के शेख सराय में रात्रि विश्राम.
-
5 जनवरी 2024 को सीतापुर के कृषक इंटर कालेज से होते हुए नेपालपुर में रात्रि विश्राम.
-
6 जनवरी 2024 को सीतापुर के नेपालापुर से नैमिषारण्य में रात्रि विश्राम।
-
7 जनवरी 2024 को सीतापुर से होते हुए इटौंजा, बीकेटी के रास्ते लखनऊ पहुंचेगी.