Coronavirus Outbreak : UP में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 हजार के पार, अब तक 36 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 2,115 हो गयी. प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, '' आज इस समय तक जो जानकारी उपलब्ध है, उसके मुताबिक प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2,115 है.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 2,115 हो गयी. प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ” आज इस समय तक जो जानकारी उपलब्ध है, उसके मुताबिक प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2,115 है. कुल 477 लोग पूर्णतया ठीक होकर घर जा चुके हैं, जबकि 36 लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई है.”
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में इस समय 60 जिलों में संक्रमण के मामले हैं. कुल 1,602 सक्रिय मामले हैं. सात जिलों में कोई सक्रिय मामला नहीं है. प्रसाद ने बताया कि कल जांच के लिए 4,071 नमूने लिये गये, जबकि 3,799 नमूने प्रयोगशालाओं में भेजे गये. नमूने त्वरित ढंग से एकत्र किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूल टेस्टिंग 10 प्रयोगशालाओं में की गयी और कुल 332 पूल टेस्ट किए गये. इनमें 1,612 नमूना परीक्षण हुये और 15 पूल पॉजिटिव आये.
प्रमुख सचिव ने बताया कि आज की तारीख में पृथक वार्डों में 1769 मरीज हैं, जबकि पृथक-वास केंद्रों में 11, 487 लोग हैं. उन्होंने बताया पृथक बिस्तरों की संख्या में काफी इजाफा किया गया है. कल 75 नयी इकाइयों को एल-1 या एल-1 कोविड केयर सेंटर के रूप में अधिसूचित किया गया है. पृथक-केंद्र बिस्तरों की संख्या 17, 194 है. इन बिस्तरों की संख्या चरणबद्ध ढंग से बढ़ायी जायेगी. पृथक-वास बिस्तरों की संख्या 21, 569 है.
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि एल-1 श्रेणी के 155 चिकित्सालय हैं जबकि एल-2 श्रेणी के 78 और एल-3 श्रेणी के 6 चिकित्सालय हैं. उन्होंने बताया कि जब लॉकडाउन शुरू हुआ था, उस समय स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव पड़ा था. कल से शासनादेश जारी किया गया है कि बच्चों के लिए टीकाकरण की सुविधा तत्काल शुरू की जायेगी.
प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संक्रमण से बचाव का प्रशिक्षण पूरे प्रदेश में निजी चिकित्सालयों को दिया गया. उम्मीद है कि ये अस्पताल पूरे प्रोटोकाल के साथ आपातकालीन सेवाएं प्रदान करेंगे. उन्होंने कहा कि हर मरीज की कोरोना वायरस जांच करायी जाये, यह आवश्यक नहीं है. जिसमें लक्षण हो, केवल उसकी ही जांच करायी जानी चाहिये.