उत्तर प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए योगी सरकार सतर्क हो गई है. राज्य में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोनावायरस की तीसरी लहर से बचने के लिए निर्देश जारी किए हैं. वहीं विदेश से आने वाले नागरिकों को स्क्रीनिंग करने का सख्त निर्देश जारी किया है. साथ ही कोरोना के लक्षण मिलने पर इन नागरिकों को तुरंत आइसोलेशन में रखने का निर्देश दिया गया है.
जानकारी के अनुसार दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के आने के बाद लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग की टेंशन बढ़ा दी है. विभाग ने राज्य के सभी एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए हैं. यहां पर विदेश से आने वाले हरेक यात्रियों का स्क्रीनिंग किया जाएगा. अगर यात्रियों में कोई लक्षण पारा जाता है, उसे तुरंत कोरेंटिन करने की व्यवस्था की जाएगी.
इधर, स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलाधिकारियों से कहा है कि अन्य माध्यमों से जिले में आने वाले विदेशी नागरिकों पर नजर रखी जाए. साथ ही यात्रियों का एक डेटा भी रिकॉर्ड किया जाए. बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट अमेक्रॉन ने कहर बरपा दिया है.
लखनऊ ट्रेनिंग लेने आए देहरादून के कई अधिकारी कोरोना से संक्रमित- उत्तर प्रदेश के लखनऊ में प्रशिक्षण लेने आए उत्तराखंड इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के भारतीय वन सेवा के 48 अधिकारियों में से 11 को लौटने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है.
देहरादून जिला निगरानी अधिकारी राजीव कुमार दीक्षित ने बताया कि इनमें से आठ अधिकारी 19 नवंबर को दिल्ली लौटने पर कोविड-19 से ग्रस्त पाए गए जबकि 24 नवंबर को देहरादून लौटने पर तीन और अधिकारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए.