यूपी में तीन साल के बच्चे ने कोरोना से जीती जंग, बिजनौर में मिले 10 नये मामले
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में भरुआ सुमेरपुर क्षेत्र के सिमनौडी गांव के एक तीन साल के बच्चे ने कोरोना से जंग जीत ली है जो रिश्तेदार के संपर्क में आने से 25 मई को संक्रमित पाया गया था. जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉक्टर आरके सचान ने सिमनौडी गांव का एक तीन साल का बच्चा अपने पिता के साथ 25 मई को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था. बच्चे को इलाज के लिए बांदा के मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था. दो बार निगेटिव रिपोर्ट आने पर उसे बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.
हमीरपुर/बिजनौर : उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में भरुआ सुमेरपुर क्षेत्र के सिमनौडी गांव के एक तीन साल के बच्चे ने कोरोना से जंग जीत ली है जो रिश्तेदार के संपर्क में आने से 25 मई को संक्रमित पाया गया था. जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉक्टर आरके सचान ने सिमनौडी गांव का एक तीन साल का बच्चा अपने पिता के साथ 25 मई को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था. बच्चे को इलाज के लिए बांदा के मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था. दो बार निगेटिव रिपोर्ट आने पर उसे बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.
डॉक्टर आरके सचान ने बताया, जिले में कुल संक्रमितों की संख्या आठ है, जिनमें सिमनौडी गांव से सर्वाधिक पांच मरीज हैं. इस समय चार मामले सक्रिय हैं, जिनका बांदा के मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. तीन साल के बच्चे सहित चार मरीजों को ठीक होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.
बिजनौर में मिले कोरोना वायरस के 10 नये केस
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के 10 नये मामले सामने आये है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय यादव के अनुसार कोविड-19 संक्रमण के लिए जांच कराये जाने पर दस रिपोर्ट पॉजिटिव रिपोर्ट मिली है. उन्होंने बताया कि अफजलगढ़ क्षेत्र से छह तथा चांदपुर क्षेत्र से चार मामले सामने आये है. उन्होंने बताया कि संक्रमित मिले लोगों में से पांच मुंबई से लौटे प्रवासी हैं जबकि चार पूल बी के ‘ए सिम्टोमैटिक’ श्रेणी के संक्रमित और एक पूल ए की श्रेणी में है.
दो मरीजों की हो चुकी है मौत
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय यादव ने बताया कि यहां अभी 61 मरीजों का इलाज चल रहा हैं और 64 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है, जबकि दो मरीजों की मौत हो चुकी है. शासन की ओर से भेजे गये नोडल अधिकारी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि ‘ए सिम्टोमैटिक’ में वायरस के लक्षण नहीं आते हैं, लेकिन नमूना रिपोर्ट पॉजिटिव आती है. उन्होंने बताया कि 20 नमूनों तक जांच के लिए जाते हैं तो पूल ए में माने जाते हैं, लेकिन नमूना संख्या इससे ज्यादा होने पर पूल बी की श्रेणी में आ जाते हैं.
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Posted by Samir Kumar