UP Lockdown Update : वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी ने अस्पताल जा रही गर्भवती से की अभद्रता, जांच के आदेश

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में रिक्शा में बैठकर अस्पताल जा रही एक गर्भवती महिला से एक पुलिसकर्मी द्वारा कथित रूप से दुर्व्यवहार किये जाने का वीडियो प्रसारित होने के बाद मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं.

By Samir Kumar | April 21, 2020 7:35 PM
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सीतापुर : उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में रिक्शा में बैठकर अस्पताल जा रही एक गर्भवती महिला से एक पुलिसकर्मी द्वारा कथित रूप से दुर्व्यवहार किये जाने का वीडियो प्रसारित होने के बाद मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं. सोशल मीडिया पर वायरल 44 सेकेंड के इस वीडियो में सीतापुर शहर के लालबाग चौराहे पर एक पुलिसकर्मी दो महिलाओं को ले जा रहे रिक्शा चालक को रोकते हुए दिखायी दे रहा है. उनमें से एक महिला गर्भवती बतायी जाती है.

वीडियो में पुलिसकर्मी ने दोनों महिलाओं से रिक्शा से उतरने को कहा और रिक्शा चालक खुद बचाने के लिये तेजी से रिक्शा खींचता हुआ दिखायी दिया. न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, रिक्शे पर सवार रही एक महिला ने संवाददाताओं को बताया कि अल्ट्रासाउंड कराने के बाद वह रिक्शा से जिला अस्पताल जा रही थी, मगर रास्ते में पुलिस ने उसे जबरन रिक्शा से उतार दिया और उसे पैदल ही अस्पताल जाना पड़ा.

सीतापुर पुलिस ने एक पत्रकार को इस सिलसिले में दिये गये जवाब में कहा ”लॉकडाउन में रिक्शा चलाने की इजाजत नहीं है. इसका व्यापक प्रचार भी किया गया है. अगर कोई बीमार/गर्भवती है तो उसे 102/108 एम्बुलेंस सेवा का प्रयोग करना चाहिए. वह महिला गर्भवती है या नहीं, और पुलिसकर्मी का उसके प्रति व्यवहार कैसा था, इसकी जांच की जा रही है.

नर्सों ने पृथकवास में भेजने की मांग की

उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के अस्पतालों की नर्सों ने मांग की है कि उन्हें पृथकवास में भेजा जाए क्योंकि वे कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करती हैं. नर्सों ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग में शिकायत की थी कि उन्हें उपलब्ध कराये जा रहे निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) खराब गुणवक्ता के हैं.

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न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, एक नर्स ने बताया कि संजय नगर में जिला संयुक्त अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीज हैं और चिकित्सा कर्मियों को पृथकवास में भेजने के इंतजाम होने चाहिए. एक अन्य नर्स ने कहा कि उन्हें खराब गुणवक्ता के पीपीई दिये गये हैं.

अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक नरेश विज ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अस्पताल में कोरोना वायरस के सिर्फ दो मरीज दाखिल किये गये हैं, जबकि हमारे पास 100 बिस्तरों की सुविधा है. उन्होंने कहा कि सिर्फ दो मरीजों के लिए पूरे चिकित्सा स्टाफ को होटल या अन्य केंद्रों में पृथकवास में नहीं रख सकते हैं. विभाग कर्मियों को ऐंबुलेंस के जरिए बुलवा रहा है और छुड़वा रहा है. उन्होंने बताया कि जो कर्मी कोविड-19 मरीज के संपर्क में आएंगे उन्हें पृथकवास में भेजा जायेगा.

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