Lucknow News: विमान से उतरते ही कोविड-19 की होगी जांच, DGCA ने टर्मिनल में प्रवेश से पहले जांच के दिए निर्देश
संक्रमित यात्री से संक्रमण फैलने का खतरा रहता है. चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लखनऊ के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर औसत 9 से लेकर 13 उड़ानें रोजाना आ रही हैं. इन उड़ानों से लगभग 2500 यात्री खाड़ी देशों से राजधानी आ रहे हैं.
Lucknow News: हवाई जहाज के यात्रियों को विमान से उतरते ही कोविड-19 की जांच करानी होगी. डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने अब यात्रियों की टर्मिलन में प्रवेश से पहले जांच कराने के निर्देश जारी किए हैं. दरअसल, कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के आने के संकेत मिल रहे हैं. ऐसे में बीच-बचाव के लिए ऐसे आदेश जारी किए हैं.
बता दें कि ओमीक्रॉन स्ट्रेन के खतरे को देखते हुए डीजीसीए ने यह निर्णय लिया है. एयरपोर्ट अथॉरिटी के सूत्रों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर यात्री विमान से उतरने के बाद बस में बैठेंगे. यह बस टर्मिनल के बाहर टैक्सी-वे के बाहर बने टेंट के निकट उतारेगी. यहीं पर यात्रियों की रैपिड पीसीआर जांच की जाएगी. मौजूदा व्यवस्था में यात्रियों की इमिग्रेशन, कस्टम जांच, सामान्य जांच से गुजरने के बाद कोविड टेस्ट किया जाता है. ऐसे में संक्रमित यात्री से संक्रमण फैलने का खतरा रहता है. चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लखनऊ के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर औसत 9 से लेकर 13 उड़ानें रोजाना आ रही हैं. इन उड़ानों से लगभग 2500 यात्री खाड़ी देशों से राजधानी आ रहे हैं.
— DGCA (@DGCAIndia) December 9, 2021
इसी क्रम में इस आदेश में कहा गया है कि सभी शेड्यूल्ड इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर 31 जनवरी 2022 तक रोक जारी रहेगी. नया आदेश कार्गो फ्लाइट्स और स्पेशल परमिशन वाले फ्लाइट्स पर लागू नहीं होगा. सरकार के इस निर्णय से उन लोगों को निराशा हुई है, जिन्होंने नये साल में विदेश यात्रा की तैयारी कर ली थी. हालांकि, सरकार ने पहले 15 दिसंबर 2021 तक इंटरनेशनल फ्लाइट्स को अनुमति देने की तैयारी की थी. उम्मीद थी कि लोग विदेश यात्रा कर सकेंगे. विदेश में रहने वाले लोग भारत आ सकेंगे. मगर डीजीसीए के ताजा आदेश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.