लखनऊ. यूपी की राजधानी लखनऊ में एक युवक ने पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर आत्म हत्या कर ली है. मृतक युवक ने रहीमाबाद थाने की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है. मृतक युवक ने सुसाइड नोट में कहा है कि ‘मैं खुदकुशी करने जा रहा हूं. पूरा रहीमाबाद थाना भ्रष्ट है. सामने सीसीटीवी कैमरे लगे है, उनको चेक करा लो. धाेखे से हम सब भाइयों को बुलाकर सादे आधार कार्ड पर साइन करवा लिया गया है. मृतक युवक के कमरे से मिले सुसाइड नोट में युवक ने रहीमाबाद थाने के तीन पुलिसकर्मियों पर केस की धाराएं कम करने के लिए 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. डीसीपी वेस्ट ने तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है.
जानकारी के अनुसार, घरेलू विवाद को लेकर हुई मारपीट में नामजद एक UPSC की तैयारी करने वाला छात्र आशीष कुमार रावत (22) ने अपने खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने पर फांसी लगाकर जान दे दी है. IAS की तैयारी करने वाले छात्र आशीष का शव रहीमाबाद स्थित उसके घर में फंदे से लटका मिला. कमरे से मिले सुसाइड नोट में युवक ने रहीमाबाद थाने के तीन पुलिसकर्मियों पर केस की धाराएं कम करने के लिए 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. इस मामले में कार्रवाई करते हुए डीसीपी वेस्ट ने तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है.
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मृतक आशीष की मां सुशीला देवी ने बताया कि उनके पति महादेव ने बखतौरीपुर निवासी नंदू विश्वकर्मा के खिलाफ माल थाने में 2018 में SC-ST ऐक्ट के तहत केस दर्ज करवाया था. नंदू सुलह का दबाव बना रहा था. जब बात नहीं बनी तो उसने 28 सितंबर 2022 को अपने नौकर श्यामलाल से सुशीला के बेटों आशीष और मनीष पर घर में घुसकर मारपीट का मुकदमा दर्ज करवा दिया. मृतक आशीष ने सुसाइड नोट में लिखा है कि रहीमाबाद थाने के दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों ने धाराएं हटाने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की थी. जब पैसा नहीं दिया तो कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया. वहीं परिजनों ने पुलिसकर्मियों और नंदू विश्वकर्मा पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है.