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Crime News: विदेशों से करोड़ों की ठगी करने वाले छह गिरफ्तार, VOIP कॉलिंग से फंसाते थे विदेशी नागरिकों को

Crime News यूपी एसटीएफ ने VOIP कॉलिंग से विदेशी नागरिकों को ठगने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार किया है. ये विदेशी नागरिकों को फर्जी एड दिखाते थे, फिर उनको अपने जाल में फंसा लेते थे.

By Amit Yadav | April 23, 2024 7:50 PM
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लखनऊ: यूपी एसटीएफ (Crime News) ने VOIP, TFL Soft Phone कॉलिंग से से विदेशी नागरिकों को ठगने वाले छह युवकों को गिरफ्तार किया है. ये युवक फर्जी कॉल सेंटर से अमेरिका, कनाडा, आस्ट्रेलिया आदि के नागरिकों को एड देकर फंसाते थे. फिर इनसे ठगी करते थे. यूपी एसटीएफ (UP STF) ने सजल सूर्या, चंद्रशेखर शुक्ला, युवराज शर्मा, अभ्युदय सिंह, प्रांजल पांडेय, प्रथम तिवारी को ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है.

ट्रैवल एजेंसी की आड़ में चल रहा था फर्जीवाड़ा
यूपी एसटीएफ (UP STF) के अनुसार गिरोह (Crime News) का सरगना चंद्रशेखर है. जो ओमेक्स रेजिडेंसी51 सुशांत गोल्फ सिटी में रहता है. उसने द ट्रैवल ट्रेन नाम से एक कंपनी का रजिस्ट्रेशन लखीमपुर से कराया है. इसका ऑफिस गोमती नगर विस्तार सेक्टर 05 में मकान नंबर 5/241 में खोला था. इस कंपनी की आड़ में वो आईआईएम रोड प्रधान मैरिज हॉल निवासी सजल सूर्या, ओमेक्स आर-2 रेजिडेंसी सुशांत गोल्फ सिटी निवासी युवराज वर्मा, नेहरू एंक्लेव गोमती नगर निवासी अभ्युदय सिंह, रामकृष्ण पुरम कल्याणपुर गुडंबा निवासी प्रांजल पांडेय और सेक्टर एच जानकीपुरम निवासी प्रथम तिवारी के साथ मिलकर ये फर्जी कॉल सेंटर चलाता है.

ई-मेल ब्लास्टंग से करते थे भ्रमित
(Crime News) ये सभी विदेशी नागरिकों को ई-मेल आईडी पर ई-मेल ब्लास्टिंग से गुगल एडवांस के जरिए भ्रमित करने वाले एड को पॉप अप कराते थे. जिसे देखकर विदेशी नागरिक टोल फ्री नंबर पर कॉल करते हैं. कॉल सेंटर पर पहले से ही एक्टिव कॉलर कॉल रिसीव करते हैं और अपने को विदेशी कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए उसे बात करते हैं. ये विदेशी नागरिकों को बताते हैं कि आपका सिस्टम हैक हो गया है. आईपी एड्रेस भी कंप्रोमाइज्ड हो गया है. इस समस्या को दूर करने के लिए वो उनके सिस्टम को एनीडेस्क सॉफ्टवेयर से कनेक्ट करके वसूली करते हैं.

गिफ्ट बाउचर और क्रिप्टो करंसी में लेते थे भुगतान
ये चार्ज amex, amazon, apple, target, google play, gamestop, sephora, nordstorm के गिफ्ट कार्ड के रूप में लेते हैं. संभव हो तो USDT, BTC क्रिप्टो करंसी के रूप में भी पेमेंट safepal wallet में ट्रांसफर कराते हैं. बाद में इसे ब्रोकर के माध्यम से इंडिया में इनकैश करा लिया जाता है. इसके आला ये सभी जालसाज यूएस के लोगों के मोबाइल को एनीडेस्क से कनेक्ट करके मैजिक एप गुगल वाइस आदि एप पर पेमेंट कराकर एकाउंट बना लेते हैं. इनके मोबाउल से उस एकाउंट को लॉग आउट करके अपने मोबाइल पर लॉगइन कर लेते हैं. फिर इस एप से अपनी जरूरत के अनुसार यूएस के लोगों को डायरेक्ट कॉल करने में इस्तेमाल किया जाता है. सभी के खिलाफ आईटी एक्ट सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है.

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