Loading election data...

सीएनजी पंप दिलाने के नाम पर 250 लोगों से करोड़ों की ठगी, फर्जी वेबसाइट बनाकर करते थे धोखाधड़ी, चार अरेस्ट

सीएनजी पंप दिलाने के नाम पर 250 लोगों से करोड़ों की ठगी करने का मामला सामने आया है. आरोपी कस्टमर को कॉल करते और फर्जी दस्तावेज भेजकर व अलग-अलग सर्विसेज के नाम पर खातों में रकम ट्रांसफर करवा लेते थे.

By Radheshyam Kushwaha | June 23, 2023 8:06 AM

लखनऊ. यूपी के फरीदाबाद से बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां पर साइबर ठगों ने सीएनजी पंप दिलाने के नाम पर कई राज्यों में 250 लोगों से करोड़ों की ठगी की है. फरीबाद में एक निजी कंपनी में काम करने वाले युवक को ठग लिया है. युवक से ठगी सीएनजी पंप की डीलरशिप दिलाने के नाम पर की गयी है. इस मामले में साइबर थाना बल्लभगढ़ कि टीम ने चार आरोपियों को पटना और अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है. जालसाजों ने पीड़ित को सीएनजी पंप दिलाने के लिए कागजी कार्रवाई करने की बात कही और 13.62 लाख रुपये ऐंठ लिए. फरीदाबाद पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है.

पूरे मामले में पुलिस ने 31 मई को केस दर्ज कर किया. पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप, कंप्यूटर, 7 फर्जी आईडी कार्ड, 3 मोबाइल, 4 सिम, रजिस्टर व 3.50 लाख रुपये बरामद किए गए. अब तक आरोपी यूपी, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश और दिल्ली के 250 से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके हैं. डीसीपी साइबर क्राइम बल्लभगढ़ अमित यशवर्धन के अनुसार, आरोपी अभिषेक मूल रूप से बिहार के शेखपुरा का रहने वाला है. दूसरा आरोपी अभिषेक कुमार बिहार के नवादा और तीसरा आरोपी बंटी कुमार बिहार के विद्यापुरा का निवासी है. चौथा जालसाज विवेक ठाकुर गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला है.

Also Read: अलीगढ़ में चौथी लाइन पर ट्रेन 120 किलोमीटर प्रति घण्टे से गुजरेंगी, RSC की मौजूदगी में स्पीड ट्रायल
फर्जी वेबसाइट बनाकर करते थे धोखाधड़ी

एसीपी साइबर अभिमन्यु गोयत ने बताया कि आरोपियों ने बल्लभगढ़ सेक्टर-2 में रहने वाले विशाल के साथ 13.62 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी. निजी सीएनजी पंप की डीलरशिप दिलाने के नाम पर तीन फर्जी वेबसाइट बनवाई थी, जिस पर कस्टमर आवेदन फॉर्म भरता तो उसकी ई-मेल, मोबाइल नंबर समेत अन्य जानकारी आरोपियों के पास आ जाती थी. जानकारी का इस्तेमाल करके आरोपी कस्टमर को कॉल करते और फर्जी दस्तावेज भेजकर व अलग-अलग सर्विसेज के नाम पर खातों में रकम ट्रांसफर करवा लेते थे.

Next Article

Exit mobile version