Deepotsav 2023: भगवान श्री राम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक के प्रसंगों पर निकलेंगी झांकियां

नगर भ्रमण करने वाली झांकियों से संबंधित कलाकार 11 रथ पर सवार होंगे, जो अपनी कला के जरिये रामायण कालीन दृश्यों को जीवंत करेंगे. दीपोत्सव में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रामायण कालीन शिक्षा पर आधारित सामाजिक संदेश देने वाली झांकी होगी.

By Amit Yadav | October 30, 2023 8:31 PM

लखनऊ: अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव कार्यक्रम अलौकिक और अदभुत होगा. दीपोत्सव कार्यक्रम को भव्य बनाने सारी तैयारी हो चुकी है. इस बार यहां निकलने वाली पारंपरिक शोभायात्रा में भगवान श्री राम से जुड़े प्रसंगों को प्रदर्शित किया जाएगा. दीपोत्सव के दिन साकेत महाविद्यालय से शोभायात्रा नगर भ्रमण करते हुए नया घाट चौराहे तक जाएगी. इसमें 11 झाकियां निकाली जाएंगी. भगवान राम के जन्मकाल से लेकर राज्याभिषेक तक की यात्रा इन झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित की जाएंगी.

नगर भ्रमण करने वाली झांकियों से संबंधित कलाकार 11 रथ पर सवार होंगे, जो अपनी कला के जरिये रामायण कालीन दृश्यों को जीवंत करेंगे. दीपोत्सव में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रामायण कालीन शिक्षा पर आधारित सामाजिक संदेश देने वाली झांकी होगी. झांकियों से जुड़ा आयोजन 8 नवंबर को होगा. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल का यह दूसरा दीपोत्सव है, जिसे भव्य और दिव्य बनाने के लिए तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं. करीब 21 लाख दीप जलाकर राम की पैड़ी पर फिर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा.

झाकियों में पुत्रेष्ठि यज्ञ एवं सबको सुरक्षा, भयमुक्त समाज, गुरूकुल शिक्षा एवं बच्चों का अधिकार, बेसिक शिक्षा, राम सीता विवाह एवं बेटियों के विवाह हेतु सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था, अहिल्या उद्वार एवं मिशन शक्ति, नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वालम्बन, 1090, 1076 की सुविधा की जानकारी भी दी जाएगी.


डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां भी दिखेंगी

पंचवटी/वन एवं पर्यावरण, रामेश्वरम सेतु एवं उप्र में पुलों का निर्माण, पुष्पक विमान एवं विज्ञान एवं प्रौद्यागिकी, बेहतर वायु कनेक्टिविटी, केवट प्रसंग एवं समाज कल्याण, राम दरबार एवं बेहतर कानून व्यवस्था, शबरी-राम मिलाप एवं महिला कल्याण, लंका दहन एवं अपराधियों एवं भूमाफियाओं के विरूद्व अभियान की झांकियां होगी.

9 से 12 नवंबर तक होगा दीपोत्सव

अयोध्या में 9 नवंबर से 12 नवंबर तक दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. दीपोत्सव को भव्य बनाने के साथ विश्व कीर्तिमान स्थापित करना है. जिसके लिए 21 लाख से अधिक दीए प्रज्ज्वलित होंगे. विश्वविद्यालय प्रशासन महाविद्यालयों, इंटर कालेजों एवं स्वयंसेवी सस्थाओं के स्वयंसेवकों की मदद से राम की पैड़ी सहित 47 घाटों पर दीप जलाए जायेंगे. घाटों पर दीए प्रज्ज्वलित के लिए 25 हजार स्वयंसेवक लगाये जाएंगे. इसी के साथ छठवीं बार गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करेंगे.

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