Jhansi News: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने झांसी में ‘राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व’ में हथियारों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह पर्व जहां हमें भारत की गौरव गाथा से जोड़ता है, देश की स्वाधीनता के लिए हुए संग्रामों से जोड़ता है, वहीं यह भारत की आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ से भी जुड़ा हुआ है. रक्षा मंत्री ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई की वीरता ने नारी शक्ति को एक नया आयाम दिया था. उन्होंने नारी शक्ति को पुन: जागृत किया था. नारी में असीम शक्ति होने की भावना और विश्वास का संचार किया था.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई के लिए उनका एक महिला होना रणभूमि में कभी बाधा नहीं बना. नारी के अबला होने के विचार को हमारे समाज में बहुत लोग मान्यता देते हैं मगर उन्हें महारानी लक्ष्मी बाई, अन्वति बाई, झलकारी बाई जैसी वीरांगनाओं से सीखना चाहिए जिन्होंने रणभूमि में बहादुरी का परिचय दिया. उन्होंने कहा, जब नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था तो उन्होंने भी 1942 में एक रानी लक्ष्मीबाई रेजीमेंट का गठन किया था. नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भी यह मानते थे कि आजादी की लड़ाई आधी आबादी की भागीदारी के बिना अधूरी है.
Also Read: राजनाथ सिंह ने सेना को दी खुली छूट, बोले- कोई भी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र, सरकार उनके साथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दुर्भाग्य से आजादी के बाद महिलाओं को राष्ट्र की रक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर नहीं मिला. लेकिन अब स्थिति तेजी से बदल रही है. पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद से हमारी सेना में उनका योगदान बढ़ रहा है. रक्षा मंत्री ने कहा, जब मैं गृह मंत्री था, मैंने सभी राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की थी कि पुलिस अधिकारियों में भी कम से कम 33 प्रतिशत महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने का प्रयास करना चाहिए. मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि कई राज्यों में पुलिस बल में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा है.
Also Read: कपड़ा व्यापारियों ने केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से कहा, छोटे-बड़े व्यापारी चंद मुनाफाखोरों से हैं त्रस्त
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सशस्त्र बलों के सभी बंद दरवाजे भी महिलाओं के लिए खोले जा रहे हैं. हमने सशस्त्र बलों के तीनों अंगों में उनका प्रतिनिधित्व बढ़ाया है. सैनिक स्कूलों में उनका दाखिला हो रहा है. महिलाओं के लिए एनडीए के पोर्टल भी खोले गए. सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए स्थायी कमीशन की व्यवस्था की गई. वे लंबे समय से मांग कर रहे थे. अब बल ने योग्यता के आधार पर योग्य महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने का फैसला किया है. महिला सशक्तिकरण का इससे बेहतर उदाहरण क्या हो सकता है?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अब सेना ने फैसला किया है कि योग्य महिला अधिकारी जो मेरिट में क्वालीफाई करेंगी उन्हें ‘परमानेंट कमीशन’ दे दिया जाएगा. महिला सशक्तिकरण का यह एक बढ़िया उदाहरण है. रक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे यह कहते हुए ख़ुशी होती है, कि सरकार के प्रयासों से हमारा देश ‘आत्मनिर्भरता’ की राह पर बड़ी तेज गति के साथ आगे बढ़ चला है. आगामी दिनों में जो भी कार्यक्रम होने जा रहे हैं, वे आज़ादी के इसी बदले हुए अर्थ को हमारे सामने प्रस्तुत करने वाले हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज भारत की गिनती विश्व के उन देशों में होती है, जिन्होंने आज़ादी के बाद से लम्बा सफ़र तय किया है. एक समय था देश में बुनियादी सुविधाओं का सर्वथा अभाव था. देश में एक सुई भी नहीं बनती थी. हालात बदले हैं और बदल रहे हैं. आज हमारा देश अनेक प्रकार की पारंपरिक ओर गैर पारंपरिक चुनौतियों का सामना कर रहा है. यह चुनौतियां न केवल समय के साथ बढ़ी हैं, बल्कि उनमें विविधता और व्यापकता भी आई है. पहले सीमाई ख़तरे, फिर आतंक जैसे खतरे, और अब तो साइबर स्पेस और अंतरिक्ष भी खतरों की जद में आ गए हैं.
Also Read: 5 वर्षों में 334 फीसद बढ़ा रक्षा निर्यात, 75 से अधिक देशों को डिफेंस सामग्री दे रहा भारत: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि उत्तर प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर यूपी डिफेन्स कॉरिडोर की सफलता के लिए काम कर रहीं है. इसके लिए प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मैं बधाई देता हूं. मुझे यह कहते हुए ख़ुशी होती है कि सरकार द्वारा उठाए गए इन कदमों के परिणाम भी हमारे सामने आने शुरू हो गए हैं. हाल ही में ‘Hindustan Aeronautical Limited’ को, इस साल ‘Armed Forces’ की तरफ से लगभग 50 हजार करोड़ का एक बड़ा ऑर्डर मिलना इसका प्रमाण है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि एक समय था, जब देश में लगभग 65-70 फ़ीसदी रक्षा सामग्री आयात की जा रही थी. आज तस्वीर बदल गयी है. अब देश में केवल 35 फीसदी रक्षा सामान ही आयात हो रहा है. बाकी 65 फीसदी सामान यहीं भारत में बन रहा है. सरकार और उद्योग जगत के साझा प्रयासों से, हम न केवल ‘make in india’ बल्कि ‘make for world’ के लक्ष्य को भी जल्दी प्राप्त करें. यह इस देश की रक्षा से जुड़ा एक अहम संकल्प है। इसे हम पूरा करेंगे, ऐसा मेरा पूरा विश्वास है.
Also Read: भारत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए खतरा बनने वालों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, बोले राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब देश भर में कहीं भी कानून व्यवस्था को बरकरार रखने, और माफ़िया राज़ पर लगाम कसने की बात सामने आती है, योगी जी के उत्तर प्रदेश का नाम अपने आप सबसे आगे आ जाता है. योगीजी के शासन में गुंडे माफिया या तो बदमाशी छोड़ चुके हैं या फिर उन्हें अपने धंधे छोड़ने पर मज़बूर होना पड़ा है.
Posted By: Achyut Kumar