Deoria Murder: देवरिया हत्याकांड में राजनीतिक खींचतान बढ़ी, ब्रजेश पाठक के दौरे के बाद आया अखिलेश यादव का बयान

देवरिया मर्डर मामले में पीडि़त पक्षों में उनकी जातियों के लोग लामबंद हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर इसको लेकर बयानबाजी चल रही है. वहीं सत्ता पक्ष पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाया जा रहा है. बड़े नेता भी इस बयानबाजी में कूद गये हैं.

By Amit Yadav | October 7, 2023 4:43 PM

लखनऊ: देवरिया हत्याकांड में राजनीतिक रोटियां बयानाबाजी तेज हो गयी है. सीएम व डिप्टी सीएम के एक ही पीड़ित पक्ष से मिलने के बाद अब पूर्व सीएम अखिलेश यादव का एक बयान सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जारी हुआ है. अखिलेश ने लिखा है कि ‘देवरिया कांड में अगर किसी भी पक्ष के साथ अन्याय हुआ तो ये भी एक अपराध होगा. शासन-प्रशासन का दायित्व है कि वो वातावरण को तनावमुक्त करे व रखे और ऐसा कोई भी काम न करे जो माहौल बिगाड़े. शांति की कोशिश का अंत किसी की हत्या या हत्या का प्रतिकार नहीं हो सकता और न ही ऐसी वारदातें किसी सत्ता के लिए सियासी फ़ायदा उठाने का मौका होनी चाहिए.’

उधर देवरिया पुलिस ने सोशल मीडिया पर इस हत्याकांड को लेकर टिप्प्णी करने वाले लोगों को चेतावनी दी है. पुलिस का कहना है कि ‘देवरिया पुलिस अपील करती है कि आप लोग किसी प्रकार की जातीय टिप्पणी न करें जिससे आमजन के मध्य विद्वेष की भावना उत्पन्न हो, ऐसा संज्ञान में आने पर सम्बन्धित के विरुद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी.’


रिटायर्ड आईएएस ने एक्स पर जारी किया बयान

रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह का भी एक्स पर बयान आया है. उन्होंने लिखा है कि ‘ देवरिया में न्याय के रास्ते में जाति अटकी है. दोनों और के लोग मरे है, मगर… एक तरफ़, एक से एक बढ़कर, नेता बेशर्मी से वोट के लिए अपनी जाति को भुना रहे हैं, फोटो खिंचा रहे, नैतिकता से कन्नी काट रखी है. दूसरी और बुलडोज़र तैयार खड़ा है, कुचलने को बेताब है, ख़ुद ही मुंसिफ़ बना है और ख़ुद ही कोर्ट. दोनों तरफ़ के परिवार बेसहारा हुए हैं, बाप दादा के किए की सज़ा बेसहारा परिवारों को क्यों? दोनों तरफ़ की जाने गईं, सरकारी अमले के नाकारापन से, निलंबित कर दिये, तो क्या बात ख़त्म? कुछ भी कहो, लेकिन जातीय द्वेष को घर घर पहुंचा दिया है, बाहर से सफ़ेद और अंदर से काले लोगों ने.

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