Lucknow News: एक बार फिर उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भगवान श्रीकृष्ण को लेकर टिप्पणी की गई है. एक चैनल के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने यूपी के पूर्व सीएम और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव न भगवान श्रीकृष्ण का नाम लेकर तंज कस दिया है.
दरअसल, कार्यक्रम में पत्रकार से हो रही बातचीत के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को प्रदेश का सीएम बनने के लिए कोई प्रयास नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘भगवान कृष्ण यदि उनके सपने में आए होंगे तो बताया होगा कि अखिलेश बाबू अभी 25 साल तक तुम्हारा कोई नंबर नहीं है, 22 में प्रयास मत करो.’
भगवान कृष्ण यदि उनके सपने में आए होंगे तो बताया होगा कि अखिलेश बाबू अभी 25 साल तक तुम्हारा कोई नंबर नहीं है, 22 में प्रयास मत करो : उप मुख्यमंत्री श्री @kpmaurya1 #BJP4UP pic.twitter.com/z5vKhkcjjF
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) January 7, 2022
बता दें कि प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव की तैयारियों की रैली और कार्यक्रमों में मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण का भव्य मंदिर बनाने का ऐलान किया जा रहा है. इस बीच मथुरा से ही सीएम योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने की चर्चा पर भी जोरों पर है. ऐसे में कुछ दिनों पहले सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने एक बयान देकर कहा था कि भगवान कृष्ण उनके सपने में रोज आकर कहते हैं कि उनकी सरकार आने वाली है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का यह बयान आने के बाद तो भाजपा की ओर से ताबड़तोड़ बयान जारी किए जाने लग हैं. हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तो यह तक कह दिया था कि सपा वाले प्रभु श्रीकृष्ण के नहीं बल्कि कंस के अनुयायी हैं.
अब इसी क्रम में प्रदेश के डिप्टी सीएम और पिछड़ों की राजनीति करने वाले केशव प्रसाद मौर्य ने यह कह डाला है कि भगवान कृष्ण सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के सपने में आकर बता गए होंगे कि अभी आने वाले 25 साल तक उनके मुख्यमंत्री बनने के आसार नहीं हैं. डिप्टी सीएम ने इस कार्यक्रम में यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी की वापसी का मतलब है गुंडागर्दी, अपराध, महिलाओं के सुरक्षा के लिए खतरा। अगर सपा का शासन आया तो उत्तर प्रदेश फिर एक बर्बाद प्रदेश के रूप में जाना जाएगा. उन्होंने कहा कि विकास के सबसे बड़े अवरोधक मुख्यमंत्री के रूप में हिंदुस्तान में किसी का नाम याद किया जाएगा तो वो अखिलेश यादव का नाम होगा.