Lucknow: यूपी में धनतेरस के मौकों पर बाजार में जितनी भीड़ उमड़ी, उतनी ही लोगों ने जमकर खरीदारी की. लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य जनपदों में प्रमुख बाजारों में देर रात तक लोग खरीदारी करते रहे. सुबह से लेकर देर रात तक जमकर धनवर्षा हुई. इस दौरान शुभ मुहूर्त देख लोगों ने बर्तन, जेवर, वाहन, कपड़े और इलेक्ट्रानिक्स सामानों की जमकर खरीदारी की. प्रदेश के बाजारों में ग्राहकों के उमड़े सैलाब ने कारोबारियों का चेहरा चमका दिया. कार, दोपहिया, रियल एस्टेट, सराफा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में खरीदारी के रिकॉर्ड टूटे और करीब 17 हजार करोड़ का कारोबार हुआ. अनुमान के मुताबिक पिछले साल की तुलना में औसतन 22 फीसदी की तेजी बाजारों में देखी गई. धनतेरस के साथ ही ऑटो सेक्टर पर सेमी कंडकटर की कमी का साया छंट गया है. कुछ समय पहले तक सेमी कंडक्टरों की कमी के कारण बुकिंग के बावजूद डिलीवरी नहीं दे पाने से मायूस ऑटो डीलरों के लिए यह दिवाली खुशियां लेकर आई. ऑटो डीलर्स एसोसिएशनों के मुताबिक लगभग सभी मॉडल मांग की तुलना में उपलब्ध हैं. इसका असर बाजार में साफ दिखाई दिया. त्योहारी सीजन में लगभग 4100 कारें शोरूमों से लोगों के घरों तक पहुंची. लगभग 3200 करोड़ रुपए की बिक्री अकेले कार बाजार में हुई. इसमें बड़ी संख्या में कारों की डिलीवरी छोटी और बड़ी दिवाली में भी की जाएगी.
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में दो पहिया वाहन बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों ने सहालग जैसा माहौल पैदा कर दिया. इन दस दिनों में लगभग 9000 ई वाहन बिके जबकि डीजल वाहनों की करीब 8000 रही. धनतेरस पर लगभग 72,000 दोपहिया वाहन सड़कों पर उतरे. इनमें से करीब 18 हजार वाहनों की डिलीवरी अगले दो दिनों में होगी. वाहनों की बिक्री के मामले में पहले नंबर पर लखनऊ और दूसरे नंबर पर कानपुर रहा. कुल 720 करोड़ रुपये के दोपहिया वाहन बिके. केवल नवंबर के दस दिनों में पूरे प्रदेश में बिके वाहनों की बात करें तो इस अवधि में लगभग एक लाख वाहन सभी श्रेणियों के बिके.
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ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन और यूपी सराफा एसोसिएशन के मुताबिक प्रदेश में लगभग 5200 करोड़ की सोना-चांदी-हीरे की बिक्री की गई. इसमें 4500 करोड़ का सोना व हीरा और 700 करोड़ की चांदी खरीदी गई. सोने में बुलियन की मात्रा पिछले साल से 15 फीसदी ज्यादा होकर 1200 करोड़ हो गई. सहालगों से नजदीकी और ऑफरों का फायदा ग्राहकों ने भी उठाया. पिछले वर्ष दस ग्राम सोने के दाम 52000 रुपए थे जबकि इस बार यह 62000 रुपए हो गए. चांदी पिछली दिवाली 58000 रुपए किलोग्राम बिकी थी और इस बार 72000 रुपए में है.
इसके साथ ही रियल एस्टेट में दीपाली का मौका खुशियों की सौगात लेकर आया है. अनुमान के मुताबिक 6500 करोड़ का निवेश ग्राहकों ने अपने आशियाने पर किया. इसमें आधी रकम बुकिंग में लगाई गई. नोएडा, ग्रेटर नोएडा, लखनऊ, आगरा, कानपुर, प्रयागराज, गाजियाबाद के अलावा अयोध्या, गोरखपुर, प्रयागराज व मेरठ भी रीयल एस्टेट में तेजी से उठे. मोबाइल फोन, एलईडी टीवी, माइक्रोवेव, वाशिंग मशीन और सेंसरयुक्त फ्रिज ने भी पिछली दिवाली की तुलना में 30 फीसदी ज्यादा ग्राहक खींचे. केवल एक दिन में 1900 करोड़ रुपए के उत्पाद बेचे गए.
गोरखपुर जनपद में धनतेरस पर सर्वाधिक गुलजार सर्राफा व बर्तन बाजार रहा. सर्राफा में सर्वाधिक 250 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ तो वहीं बर्तन का भी 50 करोड़ का कारोबार हुआ. ज्वेलरी की बिक्री पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक बताई जा रही है. वाहनों के शो-रूम पर मेले जैसा दृश्य रहा और एक दिन में दिन तीन हजार से अधिक स्कूटर और बाइक की बिक्री हुई. कुल बिक्री पर नजर डालें तो लगभग 30 से 35 करोड़ कीमत की बाइक और स्कूटर की बिक्री हुई.