RML में एमएलसी से अभद्रता करने वाला डॉक्टर बर्खास्त, अब सभी अस्पतालों में होगी हेल्प डेस्क, लखनऊ से शुरुआत
डिप्टी सीएम ने लोहिया संस्थान के अफसरों को तलब कर जांच कराने के बाद दिए कार्रवाई के आदेश, अब यूपी के सभी प्रमुख अस्पतालों में हेल्प डेस्क बनाई जाएगी. इसकी शुरुआत लखनऊ के प्रमुख अस्पतालों से होगी.
लखनऊ. डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज कराने आए विधान परिषद सदस्य ने डॉक्टर पर अभद्रता करने का आरोप लगाया. शिकायत के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटना को गंभीर से लिया. संस्थान प्रशासन को सदन में तलब किया. डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने डॉक्टर को बर्खास्त कर दिया है. साथ ही इमरजेंसी ईएमओ को चेतावनी दी गई है.
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तबियत खराब होने पर गए थे अस्पताल
बुधवार की रात करीब 10:30 बजे एक विधान परिषद सदस्य की तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद उनका चालक उन्हें लेकर लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में पहुंचा था. वहां ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक ने उनके साथ अभद्रता कर दी थी. विधान परिषद सदस्य की शिकायत का डिप्टी सीएम ने संज्ञान लिया और उन्होंने संस्थान प्रशासन को तलब कर प्रकरण की जांच के आदेश दिए थे. आनन-फानन में जांच की गई. इसमें डॉक्टर दोषी पाए गए. डिप्टी सीएम के आदेश के बाद डॉक्टर को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया गया.
रोगी से अभद्रता करने वालों पर होगी कार्रवाई: डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सदन में कहा कि जनप्रतिनिधियों, जनसामान्य रोगी एवं उनके परिवार से अभद्रता करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. इसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कोई भी प्रकरण संज्ञान में आने पर स्वास्थ्य विभाग एवं सरकार की तरफ से दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी.
प्रमुख अस्पतालों में हेल्प डेस्क बनाई जाएगी
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सभी प्रमुख अस्पताल, संस्थानों में जनप्रतिनिधिगण, सांसदगण, विधायकगण, विधान परिषद सदस्यगण के लिए हेल्प डेस्क बनाई जाएगी ताकि इलाज में किसी की असुविधा से बचाया जा सके. हेल्प डेस्क का संचालन 24 घंटे होगा. फिलहाल यह व्यवस्था लखनऊ के प्रत्येक अस्पताल, चिकित्सा संस्थानों में एक अलग से वीआईपी काउन्टर की व्यवस्था की जाएगी. इस काउन्टर में जन संपर्क अधिकारी की तैनाती की जाएगी. यह भी निर्देश दिये गये हैं कि संबंधित संपर्क अधिकारी का नाम एवं उसका मोबाइल नम्बर भी काउंटर पर अंकित किया जायताकि जनप्रतिनिधियों द्वारा संपर्क करने पर तत्काल प्रभाव से उन्हें चिकित्सा संबंधी समस्त सेवायें समय एवं सुचारू रूप से उपलब्ध करायी जा सकें.