Lucknow : उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में जल्द ही डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी. शासन द्वारा संविदा, पुनर्नियुक्त और नियमित डॉक्टरों की भर्ती किए जाने का प्रस्ताव है. इससे सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी पूरी होगी. प्रदेश सरकार द्वारा 2382 पदों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती के लिए लोक सेवा आयोग (Public Service Commission) में प्रस्ताव भेजा गया है. इसे मंजूरी मिलते ही डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) ने कहा कि पुरानी सरकारें डॉक्टरों की भर्ती को लेकर गंभीर नहीं थी. इसकी वजह से अस्पतालों में लगातार डॉक्टरों की कमी रही है. अब डॉक्टरों के सेवानिवृत्त होने से संकट और गहरा हो गया. अस्पतालों की दशा सुधारने की दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. संविदा, पुर्ननियुक्त और नियमित डॉक्टरों की भर्ती की जा रही है. डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 2382 पदों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती के लिए अधियाचन लोक सेवा आयोग भेजा जा चुका है.
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के मुताबिक नेशनल हेल्थ मिशन (National Health Mission) के तहत 1903 डॉक्टर संविदा पर भर्ती किए एवं 344 रिटायर हो चुके डॉक्टर पुनर्नियोजन पर रखे जा चुके हैं. संविदा पर आने वाले डॉक्टरों को पांच लाख रुपये तक मासिक वेतन प्रदान किये जाने का भी प्रावधान किया गया है. इससे डॉक्टरों का सरकारी सेवा के प्रति रूझान व जिम्मेदारी बढ़ेगी.
इमरजेंसी सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए जनपद स्तर पर लगभग 120 एनस्थीसिया विशेषज्ञों (Anesthesia Specialists) को एडवांस लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग (Advance Life Support Training) प्रदान की जा रही है. लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (King George’s Medical University) को यह प्रशिक्षण मुहैया कराने की जिम्मेदारी सौपी गई है. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक अस्पताल में एडवांस लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग का प्रशिक्षण प्राप्त एक डॉक्टर की तैनाती की जाएगी.
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