21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

UP News: डीएसपी जियाउल हक हत्याकांड मामले में राजा भैया से फिर हो सकती है पूछताछ, सीबीआई का प्रतापगढ़ में डेरा

कुंडा के तत्कालीन डिप्टी एसपी जियाउल हक की 2 मार्च 2013 को हत्या हो गयी थी. वह बलीपुर गांव में हुए डबल मर्डर की घटना की जांच के लिये पहुंचे थे. यहां उनकी हत्या हो गयी थी. उस समय प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी.

लखनऊ: डीएसपी जिया उल हक (DSP Jia Ul Haque) हत्याकांड की जांच करने के लिए सीबीआई की टीम कुंडा प्रतापगढ़ पहुंची है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई को जांच के आदेश दिये हैं. इस मामले में राजा भैया का नाम आया था और उन्हें मात्र तीन महीने में ही जांच के बाद क्लीन चिट दे दी गयी थी. साथ ही जांच भी बंद कर दी गयी थी. जब यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो सीबीआई को राजा भैया के संलिप्तता के जांच के आदेश दिये गये.

सूत्रों के अनुसार बुधवार शाम को पांच सदस्यीय टीम कुंडा पहुंची थी. इसके बाद उन्होंने बलीपुर गांव और हथिगवां थाने से इस हत्याकांड से जुड़ी जानकारी ली. सीबीआई की टीम लगभग दो घंटे तक वहां रही. इस दौरान स्थानीय लोगों से बात भी की गयी. देर शाम टीम वापस प्रतापगढ़ लौट गयी. बताया जा रहा है कि राजा भैया को भी इस मामले में पूछताछ के लिये बुलाया जा सकता है.

इस मामले में राजा भैया के करीबी रहे गुलशन यादव, रोहित, संजय सिंह, हरिओम श्रीवास्तव से भी पूछताछ हो सकती है. समाजवादी पार्टी की सरकार के समय हुए इस हत्याकांड के बाद तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने इस मामले में केंद्र से सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. सीबीआई ने मात्र तीन माह में ही जांच पूरी करके राजा भैया को क्लीन चिट दे दी थी.

क्यों शुरू हुई दोबारा जांच

डिप्टी एसपी जिया उल हक मामले में ट्रायल कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया था. इसके बाद हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के इस आदेश पर रोक लगा दी थी. इस पर डिप्टी एसपी की पत्नी परवीन आजाद ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने फिर से मामले की जांच शुरू की है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि पहले डीएसपी जिया उल हक को लाठियों से पीटा गया. इसके बाद उन्हें गोली मार दी गयी. रिपोर्ट के अनुसार दो गोली पैरों में और एक सीने में लगी थी. इस हत्याकांड का आरोप समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया पर लगा था.

इस मामले में डिप्टी एसपी जिया उल हक की पत्नी परवीन आजाद ने याचिका दाखिल की थी कि सीबीआई ने हत्याकांड की जांच में कई महत्वपूर्ण तथ्यों की अनदेखी की है. जबकि परवीन आजाद ने पुलिस से जो शिकातय की थी, उसमें राजा भैया सहित उनके साथियों का नाम लिया गया था.

राजा भैया का हुआ था लाई डिटेक्टर टेस्ट

डिप्टी एसपी जिया उल हक मामले में राजा भैया का लाई डिटेक्टर टेस्ट भी हुआ था. इसके साथ उनके रिश्तेदार अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी से भी पूछताछ की गयी थी. बताया जा रहा है कि राजा भैया ने स्वयं लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने का अनुरोध किया था. घटना के पांच महीने बाद जुलाई 2013 में उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट हुआ था. इसमें कोई खास परिणाम नहीं निकलने पर सीबीआई ने राजा भैया को क्लीन चिट दे दी थी और क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर थी लेकिन उनकी पत्नी परवीन आजाद ने इस मामले को आज भी जिंदा रखा हुआ है.

Also Read: UPSSSC PET Admit Card 2023: प्रारंभिक अर्हता परीक्षा-पीईटी के एडमिट कार्ड आज से कर सकेंगे डाउनलोड

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें