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सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के चयन को लेकर बैठक के दौरान गोली चली, एक व्यक्ति की मौत, एसडीएम समेत कई अफसर निलंबित

बलिया / लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रेवती क्षेत्र में गुरुवार अपराह्न सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के चयन को लेकर बुलायी गयी बैठक के दौरान गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उपजिलाधिकारी और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

By Agency | October 15, 2020 8:03 PM
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बलिया / लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रेवती क्षेत्र में गुरुवार अपराह्न सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के चयन को लेकर बुलायी गयी बैठक के दौरान गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उपजिलाधिकारी और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. मौके पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है. घटनास्थल पर शांति है.

बलिया के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने बताया कि रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में आज अपराह्न सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के चयन को लेकर पंचायत भवन पर बैठक हो रही थी. इस चयन के लिए दो स्वयं सहायता समूहों से जुड़े लोग मौजूद थे और चयन के दौरान दोनों समूहों से जुड़े लोगों में कहासुनी हो गयी.

उन्होंने बताया कि इस बहस-मुबाहिसे के बाद बैठक में मौजूद उप जिलाधिकारी ने चयन स्थगित कर दिया. इसी बीच एक समूह के धीरेंद्र प्रजापति ने गोली चला दी, जिसमें 46 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ गामा पाल की मौत हो गयी. घटना के बाद वहां भगदड़ मच गयी. हत्यारोपित धीरेंद्र भाजपा का पदाधिकारी है.

बैरिया क्षेत्र से पार्टी के विधायक सुरेंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि धीरेंद्र भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष है. सिंह ने घटना को ‘कैजुअल्टी’ करार देते हुए कहा कि ऐसी वारदात कहीं भी हो सकती है. उन्होंने कहा कि घटना में दोनों तरफ से पथराव हुआ था. उन्होंने कहा कि मामले में कानून अपना काम करेगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वारदात को गंभीरता से लेते हुए संबंधित उपजिलाधिकारी सुरेश चंद्र पाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी चंद्रकेश सिंह और मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने और घटना के दोषियों के खिलाफ ‘कठोरतम’ कार्रवाई के आदेश दिये हैं. योगी ने कहा कि इस मामले में अधिकारियों की भूमिका की भी जांच होगी.

उन्होंने कहा कि अगर वे जिम्मेदार पाये गये, तो उनके खिलाफ भी आपराधिक कार्रवाई की जायेगी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में जयप्रकाश के भाई चंद्रमा की शिकायत पर चार नामजद तथा 15 से 20 अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धारा में मामला दर्ज किया गया है.

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