UP Election 2022: EC से कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा को लगा झटका, 40 बूथों पर रिकाउंटिंग की मांग खारिज
बीजेपी प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, थाना भवन सीट से उतरे गन्ना मंत्री सुरेश राणा की पुनर्मतदान की मांग चुनाव आयोग ने खारिज कर दी है.
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में शामली जिले की थाना भवन सीट से उतरे बीजेपी प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, थाना भवन सीट से उतरे गन्ना मंत्री सुरेश राणा की पुनर्मतदान की मांग चुनाव आयोग ने खारिज कर दी है.
शामली जिले की थाना भवन विधानसभा सीट से गन्ना मंत्री सुरेश राणा बीजेपी प्रत्याशी हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी विधानसभा सीट के मुस्लिम और जाट बहुल गांवों में बूथ कैप्चरिंग की गई है. इसके बाद शामली बीजेपी जिलाध्यक्ष सतेंद्र तोमर ने रिटर्निंग ऑफिसर से शिकायत की. शिकायत के साथ 40 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की गई. इस मांग को जिला निर्वाचन अधिकारी ने खारिज कर दी.
आरोप लगा था कि बूंटा, टपराना, अंगदीपुर, उमरपुर, जलालाबाद, इस्लामपुर ,सोंटा, भैसानी गांव में रालोद-सपा गठबंधन के दबंगों ने बूथ पर कब्जा जमा लिया था. इसके बाद गरीब और कमजोर मतदाताओं को वोटिंग से वंचित कर दिया गया. प्रशासन से लगातार शिकायत की गई. लेकिन, उनकी नहीं सुनी गई.
Also Read: UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण में 55 सीटों पर मतदान, पढ़ें 586 प्रत्याशियों के नाम और सीटथाना भवन सीट से सुरेश राणा का मुकाबला सपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार अशरफ अली खान से है. सुरेश राणा के आरोप को अशरफ अली खान ने गैर-जिम्मेदाराना बताया है. उनका कहना है कि कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है. कहीं भी बूथ कैप्चरिंग जैसी कोई घटना नहीं हुई है.