UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में अपराधियों की ‘शामत’, आयोग बोला- यह भी बताएं कि क्यों दिया टिकट?
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने मीडिया से कहा कि सभी दलों ने निष्पक्ष चुनाव कराने की बात कही है. हमने पुलिस, शासन के अधिकारियों से मुलाकात की है. राज्य में निष्पक्ष और भय मुक्त चुनाव कराए जाएंगे. प्रलोभन फ्री चुनाव कराना प्राथमिकता है.
Election Commission News: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर एक चुनाव आयोग ने गुरुवार 30 दिसंबर को एक प्रेस कांफ्रेंस करके आपराधिक इतिहास वालों के लिए एक ‘चेतावनी’ दी है. चुनाव जीतकर प्रदेश में माननीय बनने का ख्वाब देख रहे ऐसे उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि पर चुनाव आयोग अब संबंधित राजनीतिक दल से जवाब तलब करेगा.
इस संबंध में चुनाव आयोग ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया जाएगा. मतदाता पंजीकरण का कार्यक्रम भी चल रहा है. आयोग ने मीडिया से कहा कि मतदाता पंजीकरण उस पर काफी मेहनत हुई है. 5 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी. इस बीच दागी नेताओं के विधानसभा चुनाव के टिकट को लेकर आयोग ने एक बड़ी बात कह दी है.
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने मीडिया से कहा कि सभी दलों ने निष्पक्ष चुनाव कराने की बात कही है. हमने पुलिस, शासन के अधिकारियों से मुलाकात की है. राज्य में निष्पक्ष और भय मुक्त चुनाव कराए जाएंगे. प्रलोभन फ्री चुनाव कराना प्राथमिकता है. चुनाव आयोग ने कहा है कि वह राजनीतिक दलों की ओर से चुनावी मैदान में आपराधिक बैकग्राउंड के लोगों को टिकट देने के मसले पर जवाब तलब कर सकता है. आयोग इस बारे में दलों से पूछेगा कि दागी इंसान को विधायकी का उम्मीदवार क्यों बनाया जा रहा है. साथ ही, आयोग यह भी जवाब मांग सकता है कि क्या उन्हें इससे बेहतर प्रत्याशी नहीं मिल रहा था?