अमेरिका में इंजीनियर, पत्नी व 2 बच्चों का खून से लथपथ मिला शव, जालौन का रहने वाला परिवार, गांव में पसरा मातम
अमेरिका के न्यू जर्सी शहर में यूपी के रहने वाले पति-पत्नी और उनके दोनों बच्चों का शव घर में मिला है. जानकारी मिलने के बाद से यूपी में परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार के कुछ सदस्य दिल्ली पहुंचकर भारतीय दूतावास से जानकारी ले रहे हैं. अभी भी घरवालों को घटना पर विश्वास नहीं हो रहा है.
जालौन के उरई निवासी मैकेनिकल इंजीनियर उसकी पत्नी और 2 बच्चों के अमेरिका के न्यू जर्सी में शव मिले हैं. उनके पड़ोसियों ने बुधवार देर शाम न्यू जर्सी के स्थानीय पुलिस को सूचना दी कि कुछ समय से घर में कोई हलचल नहीं हो रही. सूचना पर पहुंची पुलिस ने जब घर का जांच-पड़ताल की तो चारों के शव मिले. उरई में परिजनों को इनकी मौत की सूचना गुरुवार को मिली. इस घटना के बाद पूरे गांव-घर में मातम छा गया है. परिवार के लोग भारतीय दूतावास के संपर्क में है, जिससे घटना की सही जानकारी मिल सके. वहीं, स्थानीय पुलिस घर को सीज कर मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है.
दरअसल, उरई कोतवाली के मोहल्ला राजेंद्र नगर मूल रूप रहने वाले तेज प्रताप सिंह (45) साल 2009 में अमेरिका के न्यू जर्सी सिटी स्थित प्लेंसबोरो में शिफ्ट हो गए थे. वहां तेज प्रताप एक कंपनी में मैकेनिकल इंजीनियर थे. वह अपनी पत्नी सोनल (40), बेटे आयुष (10) और बेटी ऐमी (7) के साथ टाइटेंस लेन में स्थित अपने खुद के घर में रह रहे थे. इस घटना की जानकारी भारतीय दूतावास की तरफ से तेज प्रताप सिंह के परिजनों को दी गई है.
तेज की पांच बहनें हैं, जिनमें सबसे बड़ी विनीत, फिर वंदना सिंह, नम्रता सिंह, बिंदु सिंह और वीना सिंह हैं. तीन बहनें नम्रता-बिंदु और वीना डॉक्टर हैं. बेटे की मौत की खबर के बाद मां विजया कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, इस घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय, SP डॉ. ईरज राजा परिवार से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे. उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली और परिवार को ढांढस बंधाते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया.
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भारतीय दूतावास गया, लेकिन कुछ पता नहीं चला- विवेक प्रताप सिंह
तेज प्रताप के बड़े भाई विवेक प्रताप सिंह ने बताया कि तेज प्रताप के ससुर ने मुझे यह जानकारी फोन पर दी. उन्होंने बताया कि चारों की अमेरिका में डेथ हो गई है. घटना के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया. लेकिन मौत कैसे हुई? इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. उन्होंने आगे बताया कि मेरे भाई के साले सत्यम सिंह भी US में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. जब चारों की मौत और डेडबॉडी मिलने की सूचना सर्कुलेट हुई. तब सत्यम सिंह ने टीवी में यह सूचना देखी.
वो 400 KM दूर काम करते हैं, उन्होंने तुरंत वहां के प्रशासन से संपर्क किया, लेकिन किसी प्रकार का सटीक जवाब नहीं मिला. इसके बाद वो फ्लाइट पकड़कर मौके पर पहुंचे हैं. उन्होंने ही अपने पिता को कन्फर्म किया कि जीजा और दीदी और दोनों बच्चों की संदिग्ध मौत हो गई है. मैं भारतीय दूतावास गया था. वहां हमें मौत के बारे में कोई सटीक सूचना नहीं मिली. हम परेशान हैं कि आखिर हुआ क्या है? मैंने अपना भाई खो दिया है. पता नहीं कैसे क्या हुआ है.
परिजनों ने बताया, तेज प्रताप सिंह ने कानपुर IIT से बीटेक किया था. इसके बाद वो HCL में कार्यरत रहे. 2009 में उनको USA की माय प्लेस कंपनी से ऑफर मिलने के बाद वह अपनी पत्नी सोनल के साथ जनवरी 2009 में अमेरिका के न्यू जर्सी सिटी के प्लेंसबोरो पहुंच गए. यहां पति-पत्नी जॉब करने लगे. दोनों ने एक मकान ले लिया. पत्नी सोनल ने 2013 में आयुष को जन्म दिया. इसके बाद से सोनल ने नौकरी छोड़ दी थी. 3 साल बाद एक बेटी हुई, जिसका नाम एमी रखा गया.
पड़ोसियों ने जताई हत्या का आशंका
वहीं मौके पर मौजूद पड़ोसियों में चारों की हत्या की चर्चा तेज है. लोगों ने गूगल पर सर्च कर कई अमेरिकी वेबसाइट पर चारों की मौत की खबरों को देखा और पढ़ा है. फिलहाल, चारों की मौत कैसे हुई? यह अभी भी परिजनों के लिए बड़ा सवाल बना हुआ है.