लखनऊ. यूपी के फिरोजाबाद से गिरफ्तार 21 वर्षीय युवक आकाश सोलंकी भारतीय नौसेना के युद्धपोतों और पनडुब्बियों से संबंधित गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी एजेंटों को दे रहा था. एनआइए ने उसे गिरफ्तार किया था. आकाश विशाखापत्तनम में नौसेना डॉकयार्ड में इलेक्ट्रिकल आर्टिफिशर रेडियो अपरेंटिस (ईएसी) के रूप में काम कर रहा था. बुधवार को जासूसी के एक मामले में आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा एक संदिग्ध फरार पाकिस्तानी नागरिक के साथ आकोश के खिलाफ भी आरोप पत्र दायर किया.अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपी भारतीय नौसेना के युद्धपोतों और पनडुब्बियों से संबंधित गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी एजेंटों को दे रहा था.
एनआइए के अधिकारियों ने पुष्टि की कि वह ‘अदिति चौहान’ की छद्म पहचान के तहत काम कर रहे एक संदिग्ध पाकिस्तानी खुफिया एजेंट के साथ-साथ अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ जानकारी साझा कर रहा था. एक अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चला है कि सोलंकी को जानकारी के बदले क्रिप्टो चैनलों के माध्यम से एक अन्य संदिग्ध पाकिस्तानी ऑपरेटिव, मीर बालाज खान से पैसा मिल रहा था. बिनेंस (अग्रणी क्रिप्टो-मुद्रा एक्सचेंज) से प्राप्त खान की साख से पाकिस्तान आईडी कार्ड का पता चला. उन्होंने कहा कि सोलंकी और खान के खिलाफ एनआइए विशेष अदालत, विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश में आईपीसी और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की संबंधित धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया था.
यह जोड़ी यानि आकाश और उसके साथ गिरफ्तार पाकिस्तानी एजेंट, अन्य पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ, भारतीय नौसेना से संबंधित संवेदनशील जानकारी लीक करने में शामिल थी. प्रारंभ में, मामला आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के काउंटर-इंटेलिजेंस सेल में दर्ज किया गया था, और बाद में 5 जून, 2023 को एनआइए द्वारा फिर से दर्ज किया गया था. मामले में आगे की जांच अभी भी जारी थी.