UP EXCLUSIVE: केजीएमयू में महिला का सीजेरियन प्रसव व हृदय की सर्जरी एक साथ, मां व बच्चा दोनों स्वस्थ

डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि केजीएमयू में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. 9 फरवरी को केजीएमयू में आशा पिलखवा की सीजेरियन सेक्शन के बाद हार्ट सर्जरी हुई. इस सर्जरी के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. शुक्रवार को आशा और उनके बच्चे को केजीएमयू से डिस्चार्ज कर दिया गया.

By Amit Yadav | February 17, 2023 7:00 PM

Lucknow: केजीएमयू (KGMU) में एक महिला के हृदय की सर्जरी व सीजेरियन प्रसव एक साथ करके चिकित्सा जगत में इतिहास रचा है. यह महिला दिल की एक बहुत ही गंभीर बीमारी (Supravalvular Critical Aortic Stenosis) से पीड़ित थी. इस बीमारी का इलाज सर्जरी के माध्यम से संभव था, लेकिन गर्भावस्था के कारण कोई भी चिकित्सा संस्थान इस सर्जरी को करने के लिये तैयार नहीं था. क्योंकि इससे जच्चा-बच्चा दोनों की जान को खतरा हो सकता था.

केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के अनुसार 27 वर्षीय महिला आशा पिलखवा को उत्तराखंड से किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU Lucknow) के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में इलाज के लिये लाया गया था. गर्भावस्था के साथ जानलेवा हृदय रोग होने के कारण उन्हें उत्तराखंड के कई अस्पतालों से रेफर किया गया था.

क्योंकि ज्यादातर ऐसे मरीज सक्रिय प्रसव के दौरान या एनेस्थीसिया के बाद बेहोश हो जाते हैं. क्योंकि उनका दिल बड़ी सर्जरी को बर्दाश्त नहीं कर सकता. ऐसे में उत्तराखंड के विभिन्न अस्पतालों ने सर्जरी से मना कर दिया और उच्च केंद्र (Higher Health Center) के लिए रेफर कर दिया गया।

डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि दुर्भाग्य से आशा पिलखवा गर्भवती होने से पहले अपने दिल का ऑपरेशन कराने से चूक गईं. दिल की जानलेवा बीमारी के साथ बच्चे की डिलीवरी एक बड़ी चुनौती थी. ऐसे में सीजेरियन सेक्शन और हार्ट सर्जरी से बच्चे के जन्म के दौरान माँ की मृत्यु की संभावना अधिक थी.

केजीएमयू के प्रसूति रोग विशेषज्ञ, कार्डियक एनेस्थेटिस्ट और कार्डियक सर्जन ने मिलकर आशा पिलखवा को इस दिक्कत से निकालने के लिये एक साथ बैठकर विचार किया. आपस में चर्चा के बाद डॉक्टरों ने तय किया कि एक ही सिटिंग में सीजेरियन सेक्शन और कार्डियक सर्जरी करके आशा और उसके बच्चे को बचाया जा सकता है.

डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि केजीएमयू में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. 9 फरवरी को केजीएमयू में आशा पिलखवा की सीजेरियन सेक्शन के बाद हार्ट सर्जरी हुई. इस सर्जरी के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. शुक्रवार को आशा और उनके बच्चे को केजीएमयू से डिस्चार्ज कर दिया गया.

इस टीम ने की सर्जरी

  • एनेस्थीसिया- प्रो. जीपी सिंह, डॉ. करन कौशिक, डॉ. रति प्रभा

  • प्रसूति एवं स्त्री विभाग- प्रो. सुजाता देव, डॉ. वंदना सोलंकी, डॉ. नम्रता

  • सीवीटीएस- प्रो.एसके सिंह, डॉ. विवेक, डॉ. भूपेंद्र, डॉ. जीशान

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