Farmers Protest : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसानों का हल्ला बोल, 40 गिफ्तार, पुलिस से रात को भी झड़प
गिरफ्तारी के बाद पुलिस लाइन लाए गए किसानों ने पुलिस से नोकझोंक की तो यहां भी हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. पुलिस ने प्राधिकरण के गेट के बाहर किसानों ने जो टेंट लगाया था उसको भी हटा दिया है.
लखनऊ . ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर अपनी मांग पूरी कराने को 43 दिनों से प्रदर्शन कर रहे गौतम बुद्ध नगर के करीब 50 गांवों के किसानों का मामला गरमा गया है. पुलिस मंगलवार की देर रात तक किसानों को हटाने में जुटी रही. अब 40 किसानों के गिरफ्तार करने की सूचना है. इन किसानों पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गेट पर तालाबंदी करने का आरोप है. सभी किसानों को पुलिस लाइन लाया गया है. पुलिस लाइन लाते समय भी किसान की फोर्स के साथ झड़प हुई. पुलिस को हल्का बल यहां भी प्रयोग करना पड़ा. पुलिस ने पुलिस ने प्राधिकरण के गेट के बाहर किसानों ने जो टेंट लगाया था उसको भी हटा दिया गया है.
सैकड़ों किसान ने दोनों गेटों पर तालाबंदी कर दी
शहर के औद्योगिक विकास के लिए अधिग्रहित उनकी जमीन के लिए बेहतर पुनर्वास सुविधाओं और मुआवजे की मांग कर रहे किसानों ने मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ अपना आंदोलन तेज कर दिया.अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले चल रहे धरने के 43वें दिन सैकड़ों किसान ने दोनों गेटों पर तालाबंदी कर दी. वहीं पर धरने पर बैठ गए. इन किसानों को हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 21 अप्रैल, 2023 को अपनी 129 वीं बोर्ड बैठक में, किसानों के लिए भूमि मुआवजे की दर को ₹3,750 प्रति वर्ग मीटर की दर से बढ़ाकर ₹4,125 प्रति वर्ग मीटर कर दिया, जो नियोजित विकास के लिए अपनी जमीन छोड़ देंगे. किसानों ने कहा कि वे इस बढ़ोतरी से खुश नहीं हैं.
किसानों-नौजवानों के मुद्दों को हल करा कर ही दम लेंगे : भाकियू
भारतीय किसान यूनियन अंबावता के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेश भाटी का कहना है कि प्राधिकरण उनकी बात को सुनने को तैयार नहीं है. इस कारण घेराबंदी का कार्यक्रम तय किया था. किसान 10% आबादी प्लाट, आबादियों के लीज बैक, सर्किल रेट का 4 गुना मुआवजा, रोजगार, 40 मीटर का भूमिहीनों का प्लाट आदि मुद्दों का समाधान चाहते हैं. किसानों का 25 अप्रैल से शुरू हुए विरोध स्थल पर अपने बच्चों और बड़ों के साथ शामिल हो गए हैं. वे अब रात में भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर धरना स्थल पर डेरा डाले हुए हैं.किसानों-नौजवानों के मुद्दों को हल करा कर ही दम लेंगे.